पटना

रूपौली: मोहनपुर पुलिस की एक और गलती उजागर, न किया एफआईआर दर्ज धायल की हुई मौत


रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। मोहनपुर ओ पी क्षेत्र के बिजय लालगंज पंचायत स्थित लालगंज गांव में पिछले 24 मई की रात भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। मारपीट की हुई इस घटना में एक पक्ष के एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मायागंज, भागलपुर अस्पताल में मौत शनिवार को हो गई।

मृतक लालगंज गांव के सिंह टोला निवासी 50 वर्षीय सुरेंद्र राय बताया गया। मौत की खबर पाकर परिजनों में कोहराम मच गया। जबकि ज्यों ही परिजनों ने मृतक के शव को गांव लेकर पहुंचा कि मोहनपुर ओ पी अध्यक्ष बिष्णुकांत तत्परता दिखाते हुए लालगंज सिंह टोला पहुंच तत्काल शव को अपने कब्जे में कर थाना ले आई। जहाँ से अन्त्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल पूर्णियाँ भेज दिया।

वहीं मामले के बाबत परिजनों ने बताया कि 24 मई की देर रात विपक्षी गण के द्वारा विवाद को लेकर जमकर मारपीट की गई थी। घटना की लिखित शिकायत लेकर जब मोहनपुर ओ पी पहुंचा तो मोहनपुर ओ पी में आवेदन नहीं लिया गया। परिजनों ने प्रशासन पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोगों का आवेदन नहीं लिया गया। जबकि विपक्षी का आवेदन मोहनपुर ओ पी प्रभारी के द्वारा लिया गया। यह कहाँ तक न्यायोचित है ? हमलोग घायल सुरेंद्र राय को इलाज कराने रेफरल अस्पताल रूपौली गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल पूर्णिया रेफर कर दिया गया। वहां भी चिकित्सक ने स्थिति की गंभीरता को देख बेहतर इलाज के लिए हायर रेफर कर दिया। भागलपुर के दो निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, किन्तु स्थिति बिगड़ती ही चली गई और चिकित्सा पदाधिकारी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए वहां से मायागंज रेफर कर दिया। मायागंज अस्पताल भागलपुर पहुंचने से पूर्व ही घायल सुरेंद्र राय की मौत हो गई।

मोहनपुर ओ पी पुलिस के क्रियाकलाप पर फिर से उठे सवाल

सैंकड़ों की संख्या में परिजन मृतक के शव के साथ मोहनपुर ओ पी पहुंच अपने गुस्से का इजहार किया। आक्रोशित लोगों का कहना था कि मोहनपुर पुलिस के द्वारा  मारपीट की घटना की जब लिखित आवेदन दिया जा रहा था तो क्यों नहीं लिया गया और कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?  परिजन का गुस्सा स्पष्ट रूप से तत्कालीन मोहनपुर ओ पी के प्रभारी पर था कि किस मकड़जाल में फंस प्रभारी ने मामले के प्रति टालमटोल का रबैया अपनाया।

घटना के बाबत ओ पी अध्यक्ष विष्णु कांत ने बताया कि मैं छुट्टी पर था। योगदान के पश्चात इस बात की जानकारी मिली।

भूमि अधिग्रहण विवाद से जुड़ा है मामला

मामले के बाबत मृतक के परिजनों ने बताया कि जिस जमीन का विवाद विपक्षी गण हमलोगों के साथ कर रहे हैं उस जमीन पर हम लोगों के पूर्वज ही रहते आए हैं। जमीन पर हमलोगों के घर के साथ-साथ बाग बगीचा भी है। जमीन का मामला जनता दरबार में भी लाया गया था। विपक्षी गण इस जमीन को जबरन खाली करवाना चाह रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार 14 कट्ठा जमीन की खरीदगी को लेकर पिछले 5 वर्ष पूर्व जमीन मालिक को रुपया भी दिया जा चुका है।

हत्याकांड के घटना की सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धमदाहा रमेश कुमार छानबीन करने घटनास्थल पर पहुंचे। एस डी पी ओ रमेश कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई, किन्तु फिलहाल सभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।