जौनपुर

लाखोंके घोटालेमें सेके्रटरी निलंबित


विकास कार्योंके नाम पर अभिलेखोंमें हेराफेरी कर निकाले ४५ लाख

पीएमओके हस्तक्षेप से करंजाकला में हुई काररवाई

सिद्दीकपुर। करंजाकला विकासखंड के आरा गांव में विकास के नाम पर अभिलेखों में हेराफेरी कर 45 लाख का घोटाला का मामला प्रकाश मे आया है। प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने सेक्रेटरी को निलंबित कर दिया। उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर जांच शुरू करा दिया है। इस कार्रवाई से करंजाकला में हड़कंप मचा हुआ है। आरा गांव के निवासी पवन राय ने विगत माह डीएम व अन्य अधिकारियों से गांव में चल रहे विकास कार्यों के नाम पर अभिलेखों मे हेराफेरी कर घोटाले की शिकायत किया। आरोप लगाया कि प्रधान गायत्री पाठक व सेक्रेटरी संतोष कुमार, सफाई कर्मी डोगल इन्चार्ज की मिलीभगत से वित्तीय गबन किया गया है। जिसमें इंटरलॉकिंग, मरम्मत का कार्य, खिड़की, दरवाजा, शौचालय ह्ययूम पाइपलाइन एवं अन्य विकास कार्यों को अभिलेखों पर दर्शाया गया और रिश्तेदार के नाम फर्म बनाकर एक वर्ष में लाखों कि धनराशि ट्रांसफर की गई है। जिसमें रिश्तेदार योगेश चौबे के खाते मे 5 लाख 43 हजार 2 दो सौ 27 रुपया ट्राजेक्शन किया।  इस तरह अन्य लोगों के फर्मों व खातों 45 लाख से अधिक धनराशि की हेरा फेरी कर घोटाला किया गया है। शिकायत पवन राय ने पीएमओ दिल्ली से भी किया। पीएमओ से तत्काल एक्शन लिया गया और जिला पंचायत राज अधिकारी की ओर से जांच टीम गठित की गई। प्रथम दृष्टया पाया गया कि योगेश के नाम पर फर्जी तरीके से 543227 निकाला गया। इस तरह और भी मामले हैं। जिनकी जांच उच्चतररीय शुरू हुई है।  प्रथम दृष्टा आरोप सही पाते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारी संतोष कुमार को निलंबित कर दिया। इस मामले की जानकारी पीएओ समेत उपनिदेशक पंचायत वाराणसी, डीएम, सीडीओ व अन्य अधिकारियों को सूचित कर दिया। मामले पर अब उच्च स्तरीय जांच बैठा दी गई है। जिसमें डीएसओ, परियोजना अधिकारी, गन्ना अधिकारी जाच समिति मे शामिल है। इस बारे में ग्राम सभा सदस्य पवन राय ने बताया कि गांव में विकास के नाम पर छ: माह मे एक करोड़ का आदान प्रदान हुआ है। जिसमें 45 लाख घोटाला हुआ है। जांच से सारा मामला स्पष्ट हो जाएगा और सेक्रेटरी के खिलाफ प्राथमिक कार्रवाई कर दी गई है।