Post Views: 452 डा. अजय खेमरिया कभी बामन बनियों और बाजारवालों (मतलब शहरी इलाके) की पार्टी रही भाजपा आज अखिल भारतीय प्रभावके चरमपर है। पांच राज्योंके विधानसभा चुनावोंके शोरमें कुछ अहम सवालोंके साथ विमर्शको आमंत्रित करता है। सवाल यह कि क्या भाजपाका अभ्युदय केवल एक चुनावी हार-जीतसे जुड़ा घटनाक्रम है। हर दलके जीवनमें उतार-चढ़ाव आते […]
Post Views: 453 सुरेश गांधी चीनमें बनी कोरोनारूपी जैविक हथियारके इस्तेमालकी आशंका २०१९ में ही उस वक्त होने लगी थी जब ट्रम्प अमेरिका और शी जिनपिंगमें ठनी हुई थी। ऐसा लग रहा था कि कहीं दोनों देशोंके बीच जंग न हो जाय। उसी दौरान गलवानमें सीमा विवादको लेकर भारत और चीनके बीच तनाव जैसे हालात […]
Post Views: 834 डा. अम्बुज विश्व दो-तिहाई जलके बावजूद भी भयंकर जल संकटसे जूझ रहा है, जबकि ‘पृथिव्याम्ï त्रीनि रत्नानि जल मन्नाम्ï सुभाषितम्ïÓ का उल्लेख सदियों पहले शास्त्रों द्वारा किया गया जिसके अनुसार जलको पृथ्वीके त्रिरत्नोंमेंसे एक माना गया है। जल पंचतत्वोंमें एक है जो जीव निर्माण एवं जीवनमें सहायक है। जलके बिना जीवनकी कल्पना […]