Post Views: 1,216 रवि शंकर कृषि भारतीय अर्थव्यवस्थाकी रीढ़ है। सभी व्यवस्थाएं अर्थव्यवस्थासे जुड़ी हैं। वर्तमानमें करीब ७० फीसदीसे ज्यादा कृषि आधारित व्यवस्था मुनाफा कमा रहे हैं लेकिन इस खाद्य श्रृंखलामें किसान ही है। उसे प्रकृतिकी मार, बाजारका शोषण, हरित क्रांतिकी दोषपूर्ण व्यवस्था और नयी आर्थिक नीतिका हमला, सब एक साथ झेलना पड़ रहा है। […]
Post Views: 510 संदेह देशका मध्यम वर्ग एक बार फिर जहां कोरोनाकी दूसरी घातक लहरके कारण अपने उद्योग-कारोबार, रोजगार और आमदनी संबंधी चिंताओंसे ग्रसित है, वहीं बड़ी संख्यामें कोरोनासे पीड़ित मध्यमवर्गीय परिवारोंके बजट बिगड़ गये हैं। यद्यपि एक अप्रैल २०२१ से लागू हुए वर्ष २०२१-२२ के बजटमें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमणने स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचा और […]