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विवेकानंद रेड्डी हत्याकांड में CBI के सामने पेश हुए YSRCP सांसद अविनाश रेड्डी


हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के कडप्पा से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सदस्य वाई एस अविनाश रेड्डी राज्य के पूर्व मंत्री वाई एस विवेकानंद रेड्डी की 2019 में हुई हत्या के मामले में बुधवार (19 अप्रैल) को सीबीआई अधिकारियों के सामने पेश हुए। साल 2023 में यह पांचवीं बार है कि जब अविनाश रेड्डी (जो विवेकानंद रेड्डी से संबंधित हैं) केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हो रहे हैं। सीबीआई विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले की जांच कर रही है।

25 अप्रैल तक गिरफ्तार न करने का मिला निर्देश

अविनाश रेड्डी की अग्रिम जमानत याचिका पर एक अंतरिम आदेश में तेलंगाना उच्च न्यायालय ने मंगलवार को सीबीआई को निर्देश दिया कि वह अविनाश रेड्डी को 25 अप्रैल तक गिरफ्तार न करें। हालांकि हाईकोर्ट ने उस तारीख तक विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए अविनाश को हर रोज केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने का निर्देश दिया है।

ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड की जाएगी पूछताछ

अदालत ने सीबीआई को एक प्रश्नावली देने का निर्देश दिया है और कहा कि याचिकाकर्ता (अविनाश रेड्डी) से की गई सभी पूछताछ की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड की जाएगी। अदालत ने मामले को 25 अप्रैल तक के लिए पोस्ट कर दिया और उसी दिन अग्रिम जमानत याचिका पर अंतिम आदेश सुनाया जाएगा।

सीबीआई की गिरफ्त में हैं वाई एस भास्कर रेड्डी

विनाश रेड्डी के पिता और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के चाचा वाई एस भास्कर रेड्डी को विवेकानंद रेड्डी की हत्या के सिलसिले में 16 अप्रैल को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अविनाश रेड्डी को नोटिस जारी कर मामले से संबंधित पूछताछ के लिए 17 अप्रैल को सीबीआई दफ्तर में पेश होने को कहा था। वहीं, सीबीआई के समक्ष पेश होने से पहले सांसद ने अग्रिम जमानत याचिका के साथ उच्च न्यायालय का रुख किया था।

2019 में हुई थी विवेकानंद रेड्डी की हत्या

आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के भाइयों में से एक विवेकानंद रेड्डी की राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले 15 मार्च, 2019 की रात को कडप्पा जिले के पुलिवेंदुला स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच शुरू में राज्य अपराध जांच विभाग के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की गई थी, लेकिन जुलाई 2020 में इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था। सीबीआई ने 26 अक्टूबर, 2021 को हत्या के मामले में चार्जशीट दायर की और 31 जनवरी, 2022 को एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की।