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शनिवार की रात नहीं मिलेगा ट्रेन का तत्काल टिकट


मुरादाबाद, : रेलवे का तत्काल टिकट शनिवार 26 नवंबर को रात में यात्रियों को नहीं मिल सकेगा। 26 नवंबर की रात तीन घंटे तक रेलवे अपने रिजर्वेशन सिस्टम को बंद रखेगा। इस दौरान पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम की मेंटेनेंस का काम किया जाएगा।

पीआरएस सिस्टम के मेंटेनेंस का किया जाएगा काम

पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) की मेंटेनेंस के दौरान रेलवे का पूछताछ सिस्टम भी बंद रहेगा। ऐसे यात्री ट्रेनों के आने-जाने का सही समय न पूछताछ विंडो से ले पाएंगे और न ही अपने मोबाइल या लैपटॉप पर इंटरनेट के जरिए ले पाएंगे। यानी ट्रेनों की पूछताछ संबंधित सूचना ऑनलाइन भी नहीं मिलेगी।

शनिवार की रात 11ः45 बंद रहेगा पीआरएस सिस्टम

रेल प्रशासन समय समय पर पीआरएस सिस्टम को उच्चीकृत करने के लिए काम करता है। इससे यात्रियों को आसानी से सूचना के साथ ई-टिकट की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास करता है। शनिवार की रात 11:45 बजे से रात 3:15 बजे तक पीआरएस सिस्टम को बंद रखा जाएगा।

ई-टिकट निरस्त भी नहीं हो पाएंगे

इस दौरान करंट टिकट नहीं मिलेगी और ई-टिकट भी निरस्त नहीं कराए जा सकते। बर्थ कंफर्म होने की सूचना भी नहीं मिलेगी। इंटरनेट के माध्यम से ट्रेनों के चलने से संबंधित जानकारी यात्री नहीं ले सकेंगे। इस दौरान ट्रेनों की जानकारी करने के लिए यात्रियों को रेलवे स्टेशन के पूछताछ कक्ष पर जाना पड़ेगा। यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने दी।

पहले दिन सात महिलाओं ने कराई नसबंदी

जिले में सोमवार को पुरुष नसबंदी पखवाड़े का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एमसी गर्ग ने किया। सारथी वाहन को रवाना किया गया। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कुल 110 दंपति से संपर्क किया। जिसमें सात महिलाओं की नसबंदी की गई। यह पखवाड़ा चार दिसंबर तक चलाया जाएगा।

सीएमओ ने बताया कि 21 से 27 नवंबर तक दंपती से संपर्क किया जाएगा। इसके बाद 28 से चार दिसंबर का सेवा प्रदायगी पखवाड़ा मनाया जाएगा। पुरुषों की नसबंदी महिलाओं की तुलना में अधिक आसान होती है। जिला परिवार नियोजन प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि जिले में पहले दिन सात महिला नसबंदी हुई हैं। 110 दंपती से टीम ने नसबंदी के लिए संपर्क किया।

पखवाड़े के दौरान महिला नसबंदी, आइयूसीडी, पीपीआइयूसीडी, अंतरा व छाया भी दी जा रही है। इस बार 40 पुरूषों की नसबंदी का लक्ष्य विभाग को मिला है। महिलाओं के लिए कोई लक्ष्य नहीं है। इस लक्ष्य को पूरा करने का हर प्रयास किया जा रहा है। अभियान के दौरान पंपलेट बांटने के साथ ही अन्य प्रचार के माध्यमों से लोगों से संपर्क किया जाएगा।