पटना

शाहनवाज ने भीलवाड़ा के उद्योगपतियों को बिहार आने का दिया न्योता


मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री के साथ बिहार के उद्योग मंत्री की बैठक

(आज समाचार सेवा)

पटना। राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भीलवाड़ा के उद्योगपतियों से संवाद करते हुए कहा कि एक बार तो आइए बिहार में। बिहार में टेक्सटाइल उद्योग के लिए अपार संभावनाएं हैं। बिहार टेक्सआइल सेक्टर उद्योगपतियों के लिए निवेश का सबसे आकर्षक डेस्टिनेशन साबित होगा। मंगलवार को हुसैन ने भीलवाड़ा में मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री से जुड़े उद्योगपतियों के साथ बैठक की और उनके समक्ष बिहार की प्रस्तावित टेक्सटाइल पॉलिसी को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया।

इस मौके पर उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार और बिहार के आसपास बहुत कुछ ऐसा है जो इस राज्य को टेक्सटाइल सेक्टर के उद्योगों के लिए बेहद अनुकूल बनाता है। उन्होंने कहा कि बिहार के पास टेक्सटाइल सेक्टर के लिए प्रशिक्षित श्रमशक्ति है तो उत्पादन लागत कम रहे, इसके अनुकूल भी वातावरण है। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल हब बनाने के लिए बिहार में अनुकूल परिस्थितियां हैं तो जल्द हम बहुत ही आकर्षक टेक्सटाइल पॉलिसी भी लाने वाले हैं जो बिहार को टेक्सटाइल उद्योग के लिए निवेश की प्राथमिकता सूची में पहला डेस्टिनेशन बनायेगा।

उन्होंने कहा कि कपड़ा उद्योग श्रम शक्ति प्रधान उद्योग है। इसमें प्रशिक्षित और अर्ध प्रशिक्षित श्रमिकों की जरूरत बहुत अधिक होती है और इस मामले में बिहार पूरे देश में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान देश के अन्य हिस्सों में अपने राज्य लौटे बिहारवासियों में ५६ प्रतिशत सिर्फ टेक्सटाइल सेक्टर के प्रशिक्षित लोग हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की प्रचुर श्रम शक्ति और अन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर कंपनियां निर्माण लागत बेहद कम रखकर बाजार की प्रतिस्पर्धा में खुद को मजबूती से खड़ा कर सकती हैं।

भीलवाड़ा में उद्योगपतियां के साथ संवाद कार्यक्रम में मेवाड़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष जीसी जैन, महासचिव आरके जैन, संगम ग्रुप के चेयरमैन आरपी सोनी, रंजन ग्रुप के चेयरमैन डा.पीएम बेस्वाल, नितिन स्पिनर्स लिमिटेड के आरएल लोलखा, भीलवाड़ा टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन के अध्यक्ष अतुल शर्मा, सिंथेटिक वीविंग मिल्स एसोसियेशन के अध्यक्ष संजय पेरीवाल समेत कई उद्योगपति मौजूद रहे। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे और उन्होंने बिहार में टेक्सटाइल उद्योग को लेकर मौजूद सभी संभावनाओं की जानकारी उद्योगपतियों से साझा की।