(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में स्कूली शिक्षकों के खाली पद भरे जायेंगे। शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए न्यायिक बाधाओं को दूर कर योग्य शिक्षकों की नियुक्तियां पारदर्शी तरीके से चल रही हैं। प्रधान शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों का नया संवर्ग बना है। इसके लिए होने वाली परीक्षा में क्वाइलिफाई करने वाले शिक्षक प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक बनेंगे।
ये घोषणाएं शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने रविवार को शिक्षक दिवस पर दो शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से एवं अठारह शिक्षकों को राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। समारोह का आयोजन शिक्षा विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में किया गया था। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने पुरस्कृत शिक्षकों को बधाई एवं प्रदेश के सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की इच्छानुसार ही उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे एक महान शिक्षाविद एवं दार्शनिक के साथ ख्याति प्राप्त शिक्षक थे। शिक्षक दिवस के दिन सुयोग्य एवं प्रतिभावान शिक्षकों को सम्मानित करने का विशेष महत्व होता है। इससे दूसरे शिक्षक भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि शिक्षा विकास की रीढ़ होती है एवं पूरी शिक्षा व्यवस्था शिक्षकों की उपलब्धि पर आधारित होता है। बिहार में योग्य शिक्षकों की कमी नहीं है और यदि उपयुक्त शैक्षणिक महाौल बना कर शिक्षक अपना शतप्रतिशत समय शिक्षण कार्य में लगायें, तो शिक्षित एवं विकसित बिहार की कल्पना पूरी होने का मार्ग प्रशस्त होगा।
श्री चौधरी ने कोरोना महामारी की चर्चा करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में सारे शिक्षण संस्थान पिछले एक-डेढ़ वर्ष से बंद पड़े हैं। शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। अब विद्यालय धीरे-धीरे खुलने पर शिक्षा विभाग एवं तमाम शिक्षकों के सामने असली चुनौती बच्चों की पढ़ाई में हुए नुकसान की भरपाई करना है। इसमें इमानदारी एवं मुस्तैदी से लगना होगा। कोरोना के कारण ही शिक्षक दिवस समारोह बड़े पैमाने पर नहीं मनाया जा सका, जो अगले वर्ष से किया जायेगा।
प्रारंभ में शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार ने कहा कि हमारे शिक्षक रोल मॉडल हैं। शिक्षक ही बच्चों के आदर्श होते हैं। शिक्षकों से ही सामाजिक मूल्यों की स्थापना होती है। बेहतर प्रबंधन से शिक्षकों को सुविधाएं देने की कोशिश है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक अमरेंद्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। समारोह में शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुबा आओ, विशेष सचिव सतीश चन्द्र झा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकान्त शास्त्री तथा शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानन्द झा भी उपस्थित थे। जन शिक्षा के सहायक निदेशक रमेश चन्द्रा ने समारोह का संचालन किया। मौजूद अधिकारियों में पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक प्रेमचंद्र एवं पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार के नाम उल्लेखनीय हैं।