पटना

शिक्षकों को समय से वेतन व प्रोन्नति : शिक्षा मंत्री


1ली से 5वीं कक्षा की पढ़ाई पर निर्णय समीक्षा के बाद, सक्रिय की जायेंगी भाषायी अकादमियां

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में शिक्षकों को समय से वेतन मिलेगा। प्रोन्नति भी समय से मिलेगी। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को विभाग विभाग में स्कूली शिक्षा से जुड़े निदेशालयों के कार्यों का जायजा लिया। शिक्षा विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में तकरीबन दो घंटे तक बैठक चली। उसमें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा अपने कार्यों को लेकर शिक्षा मंत्री श्री चौधरी के समक्ष प्रेजेंटेशन दिये गये।

बैठक के बाद शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि शिक्षकों का वेतन समय से सुनिश्चित करेंगे। उन्हें प्रोन्नति भी समय से मिलेगी। लेकिन, शिक्षक भी अपनी योग्यता का शतप्रतिशत लाभ बच्चों को दें। शिक्षण कार्य में पूर्ण समय दें। इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मार्ग प्रशस्त होगा। शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। और, यही हमारा लक्ष्य भी है। शिक्षण से ही शिक्षा की गुणवत्ता जुड़ी होती है। जितने अच्छे शिक्षक होंगे, उतनी अच्छी पढ़ाई होगी। स्कूली शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि  मामला कोर्ट में है। कोर्ट से क्लियर होने के बाद शिक्षकों की नियुक्ति होगी। नियुक्ति में हर कोटि के लिए तय आरक्षण के प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।

1ली से 5वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोले जाने तथा अगली कक्षा में जाने के लिए इन कक्षाओं के बच्चों की परीक्षा या प्रोन्नति से जुड़े सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि पूरी स्थिति की समीक्षा के बाद ही इस पर निर्णय लिये जायेंगे।

पंचायती राज एवं नगर निकाय शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच से जुड़े  सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसके लिए सॉफ्टवेयर बन गया है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाषायी अकादमियां सक्रिय की जायेंगी। शोध संस्थान भी सक्रिय किये जायेंगे।

बैठक में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, सचिव असंगबा चुबा आओ, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह, विशेष सचिव सतीशचंद्र झा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरीवर दयाल सिंह, प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह, शोध-प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानंद झा एवं उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।