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संगरूर उपचुनाव में हुए महज 45.30 प्रतिशत मतदान पर सियासी दलों में खलबली, मुख्‍यमंंत्री ने बताए कारण


चंडीगढ़, । संगरूर संसदीय सीट के उपचुनाव में बहुत कम मतदान से पंजाब के सियासी दलों में खलबली मच गई है। सभी पाटियों के नेता अपने हिसाब से इसका आकलन कर रहे हैं। कांग्रेस व भाजपा के नेता इसे आम आदमी पार्टी की इस पर हार का संकेत मान रहे हैं तो  भगवंत मान का कहना है कि विपक्ष के नेता थोड़ा धैर्य रख लें, 26 जून को पता चल जाएगा। बता दें कि संगरूर उपचुनाव में महज 45.30 प्रतिशत मतदान हुआ है। 

भगवंत मान बोले- परसों पता चल जाएगा उपचुनाव का नतीजा

संगरूर उपचुनाव में कम मतदान को अपनी सरकार के प्रति नाराजगी बताने पर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने असहमति और नाखुशी जाहिर की। यह पूछे जाने पर कि क्या इसे लोगों की सरकार से नाखुशी के तौर पर भी देखा जा सकता है तो उन्होंने कहा कि आपको परसों पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष सहित सभी को परसों पता चल जाएगा कि संगरूर में किस की जीत हुई। उन्‍होंने आम आदमी पार्टी की जीत का दावा भी किया।

सीएम भगवंत मान ने बताए कम मतदान के दो बड़े कारण

सीएम भगवंत मान ने संगरूर में  कम मतदान होने के दो बड़े कारण बताए। उन्‍होंने कहा कि कम मतदान के कारण ये रहे- 1. किसानों का धान की रोपाई में व्यस्त होना और 2. अधिक गर्मी के कारण लोगों का बाहर न निकलना भी हो सकता है।

आप की विधायक सरबजीत कौर मानुके ने भी संगरूर उपचुनाव में कम वोटिंग के कारण धान की बिजाई को बताया। उनका कहना था कि धान की बिजाई चल रही है, जिसका असर वोटिंग पर पड़ा।

भगवंत मान के चुनाव का समय बढ़ाने पर नाराज हुआ चुनाव आयोग

बता दें कि संगरूर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना 26 जनू को होगी। मतदान कल यानि 23 जून को हुआ। कम मतदान को लेकर कल मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनाव आयोग से मतदान का समय बढ़ाने की भी मांग की थी। इस पर आयोग ने नाराजगी जताई थी और इस मांग को ठुकरा दिया था। सरकार की ओर से संगरूर के डीसी और पंजाब के मुख्य सचिव ने यह मांग की थी लेकिन आयोग ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई।

विपक्ष ने कहा- कम मतदान चिंताजनक, मान सरकार को इस पर सोचना चाहिए

संगरूर सीट पर हुए कम मतदान का मामला राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन रहा है। बेशक सत्ता पक्ष के नेता इसे धान की चल रही रोपाई बताकर सरकार का बचाव कर रहे हैं लेकिन विपक्षी नेताओं का कहना है कि कम मतदान चिंता का विषय है और इस पर भगवंत मान सरकार को सोचना चाहिए।

भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्‍वनी शर्मा ने कहा कि भगवंत मान सरकार से निराशा के कारण संगरूर में लोगों ने वोटिंग में रुचि नहीं दिखाई। वस्‍तुत: लोगों ने वोट न देकर  अपना विरोध दर्ज करवाया है।

संगरूर उपचुनाव आम आदमी पार्टी हारेगी: राजा वड़िंग

कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग नेकहा कि तीन माह में आम आदमी पार्टी की सरकार ने कुछ नहीं किया।  इसका असर है कि संगरूर में अधिक लोगों ने वोट नहीं डाला। कम वोटिंग से एक बात स्पष्ट हो गया है कि उप चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार होगी।

संगरूर उपचुनाव में कम वोटिंग सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए चिंता का विषय: जाखड़

कांग्रेस के विधायक संदीप जाखड़ का कहना है कि संगरूर उप चुनाव में कम वोटिंग सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि आखिर क्या कारण है कि तीन माह पहले लोगों ने चुनाव में इतना उत्साह दिखाया है फिर तीन महीने बाद ही उनका वोटों से मोह भंग हो गया। इस पर सभी पार्टियों को विचार करना चाहिए। जाखड़ से सीधे रूप से आम आदमी पार्टी की कारगुजारी पर तो सवाल नहीं उठाया लेकिन पार्टी की गिरी लोकप्रिय के संकेत जरूर दिया।

मतदान प्रतिशत एक नजर में – 

संगरूर उपचुनाव में कुल मतदान – 45.30 प्रतिशत

संगरूर संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्रों में वोट प्रतिशत इस प्रकार रहे-  

1.लहरा- 43.1 प्रतिशत।

2. दिबड़ा – 46.77 प्रतिशत।

3. सुनाम – 47.22 प्रतिशत।

4. संगरूर – 44.96 प्रतिशत।

5. धूरी – 48.26 प्रतिशत।

6. संगरूर –  44.96 प्रतिशत

7. भदौड़ – 44.54 प्रतिशत।

8. बरनाला – 41.43 प्रतिशत।

9. मालेरकोटला- 47.66 प्रतिशत।