पटना

संपूर्ण टीकाकरण में नालंदा की औसत उपलब्धि 88 फीसदी


  • एक पखवारे में जिले में बनाया गया 44854 गोल्डेन कार्ड
  • असंतोषजनक प्रगति के मामले में कई प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का वेतन बंद, दो सीडीपीओ से स्पष्टीकरण

बिहारशरीफ (आससे)। संपूर्ण टीकाकरण अभियान में जिला का प्रगति 88 फीसदी पाया गया। जिले के हरनौत, गिरियक, सरमेरा, बिंद एवं राजगीर प्रखंडों में उपलब्धि शत-प्रतिशत दर्ज की गयी। वहीं बिहारशरीफ, बेन, नूरसराय, एकंगरसराय, नगरनौसा एवं इस्लामपुर प्रखंडों की उपलब्धि जिला के औसत से कम पायी गयी।

प्रभारी जिला पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता नौशाद अहमद ने इन प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपेक्षित सुधार  लाने तक मार्च माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को समाहरणालय स्थित हरदेव भवन में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया गया।

बीसीजी के कवरेज में जिला की औसत उपलब्धि 90 फीसदी पायी गयी, जबकि नगरनौसा, नूरसराय, बेन, परबलपुर, सिलाव, कतरीसराय, थरथरी एवं रहुई की उपलब्धि जिला के औसत से कम पायी गयी। इन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को इसमें अपेक्षित सुधार लाने का निर्देश दिया गया।

बैठक में बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने को लेकर सीडीपीओ एकंगरसराय एवं बिहारशरीफ शहरी से स्पष्टीकरण पूछा गया। नूरसराय, बेन, एकंगरसराय, नगरनौसा एवं बिहारशरीफ में स्वास्थ्य विभाग के लगभग सभी इंडिकेटर के मामले में उपलब्धि असंतोषप्रद पायी गयी, जिन्हें इस माह में अपेक्षित सुधार लाने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी सीडीपीओ को टीकाकरण अभियान में सक्रिय सहयोग देने का भी निर्देश दिया गया।

इसी प्रकार एएनसी के लिए गर्भवती महिलाओं के निबंधन में कतरीसराय का प्रदर्शन सबसे खराब पाया गया। इस आलोक में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का मार्च माह का वेतन रोका गया। इसके साथ ही 40 से कम फीसदी उपलब्धि वाले सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को मार्च माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया।

समीक्षा बैठक में यह बताया गया कि 17 फरवरी से 03 मार्च तक मनाये गये आयुष्मान पखवारा के अंतर्गत जिले में 44854 गोल्डेन कार्ड बनाया गया। अब इसका विस्तारीकरण 31 मार्च तक किया गया है। इस दौरान और बेहतर करने का निर्देश दिया गया।