पटना

सहजन के सेवन से कई बीमारियां होती हैं दूर


पटना। सहजन से तो आप भलि-भाति परिचित होगें। यह एक ऐसी हरी सब्‍जी है जो बाजार में चारों ओर बिकती है। सहजन एक बहु उपयोगी पेड़ है। इसे हिन्दी में सहजना, सुजना, सेंजन और मुनगा आदि नामों से भी जाना जाता है। इस पेड़ के विभिन्न भाग अनेकानेक पोषक तत्वों से भरपूर पाये गये हैं इसलिये इसके विभिन्न भागों का विविध प्रकार से उपयोग किया जाता है। इसकी पत्तियों और फली की सब्जी बनती है। इसका उपयोग जल को स्वच्छ करने के लिये तथा हाथ की सफाई के लिये भी उपयोग किया जा सकता है। इसका कभी-कभी जड़ी-बूटियों में भी उपयोग होता है।

इसे हिन्दी में सहजना, सुजना, सेंजन और मुनगा आदि नामों से भी जाना जाता है। इस पेड़ के विभिन्न भाग अनेकानेक पोषक तत्वों से भरपूर पाये गये हैं इसलिये इसके विभिन्न भागों का विविध प्रकार से उपयोग किया जाता है। सहजन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मददगार है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन C इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है।

सहजन पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाने का काम करता है। इसमें मौजूद फाइबर्स कब्ज की समस्या नहीं होने देते हैं। त्वचा पर होने वाली कोई समस्या या त्वचा रोग के लिए सहजन बेहद लाभदायक है। इसकी कोमल पत्त‍ियों और फूलों को भी सब्जी के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जो आपको त्वचा की समस्याओं से दूर रखकर जवां बनाए रहने में भी मददगार है।

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करें

हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को सहजन की पत्तियों का रस निकालकर काढ़ा बनाकर देने से लाभ मिलता है। कैल्शियम का स्रोत सहजन की फली में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मोटापा को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसका काढ़ा पीने से घबराहट, चक्कर आना, उल्टी में भी राहत मिलती है। सहजन के सब्जियां खाने से बहुत लाभ मिलता है।

सहजन करे सूजन कम

शरीर पर कभी भी चोट या संक्रमण के बाद सूजन होना बहुत ही आम बात है। लेकिन अगर आपको लगातार सूजन जैसी समस्या होती है तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी हो सकती है। ऐसे में ड्रमस्टिक्स में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इंफ्लेमेशन को घटाने में बहुत सहयोग करते हैं।

मोटापे के लिए सहजन के फायदे

आज हर दूसरा इंसान मोटापा और बढ़ते वजन की समस्या से परेशान हैं। मोटापे को कम करने के लिए अपनी डायट में सहजन को शामिल कर आप बढ़ते वजन की परेशानी को कुछ हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। आपको बता दें कि इसमें क्लोरोजेनिक एसिड पाया जाता है, जिसमें एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होते हैं। इस वजह से वजन कम करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

पेट में भी फायदेमंद है सहजन

सहजन की पत्तियों या ड्रमस्टिक का इस्तेमाल कई तरह की पेट संबंधी समस्याओं (अल्सर और पेट दर्द) से बचाव कर सकते हैं। ड्रमस्टिक में एंटी-अल्सर गुण होते हैं। जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल अल्सर के जोखिम से बचा सकता है। साथ ही यह पाचन क्रिया में सुधार करने में भी मददगार होता है।

सहजन के फायदे इम्यूनिटी बढ़ाए

अगर आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम है। तो ऐसे में आप सहजन के फायदे उठाने के लिए अपनी डाइट में ड्रमस्टिक को शामिल करें जिससे रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होगा।

लिवर के लिए सहजन के फायदे अनमोल

असंतुलित खान-पान और अस्त व्यस्त जीवनशैली का प्रभाव लिवर की सेहत पर पड़ सकता है। इसके लिए अन्य आहारों के साथ सहजन को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। सहजन में पाया जाने वाला क्वारसेटिन नामक फ्लैवनॉल, हेपाटोप्रोटेक्टिव  की तरह काम करते हैं, यानी लिवर को किसी भी प्रकार की क्षति से बचाकर सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।