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सीएम योगी बोले- UP बोर्ड परीक्षाएं नकल के कारण थीं बदनाम अब 15 द‍िन में परीक्षा 14 द‍िन में आता है र‍िजल्‍ट –


लखनऊ, राज्य सरकार ने यूपी बोर्ड, सीबीएसई व आइसीएसई बोर्ड की प्रदेश व जिला स्तरीय मेरिट सूची में स्थान प्राप्त करने वाले 1745 मेधावियों को आज सम्मानित किया। इनमे से प्रदेश स्तरीय मेरिट सूची में प्रथम पांच स्थान प्राप्त करने वाले 141 मेधावियों को लोक भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर 10 मेधावियों में से प्रत्येक को एक लाख रुपये का चेक, एक टैबलेट और मेडल देकर सम्मानित किया।

उन्होंने 18 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के भवनों और 125 विज्ञान प्रयोगशालाओं का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री नेअपने संबोधन में कहा कि 6 वर्ष पहले यूपी बोर्ड की परीक्षाएं नकल के कारण बदनाम थीं। तीन महीने यूपी बोर्ड की परीक्षा चलती थी, फिर दो से तीन महीने परिणाम घोषित होने में लगते थे और इसके बाद अगले तीन महीने प्रवेश प्रक्रिया चलती थी। फिर त्यौहार आ जाते थे और उसके बाद परीक्षा हो जाती थी। बच्चों की पढ़ाई के लिए नाम मात्र समय बचता था।

हमने माध्यमिक शिक्षा विभाग को लक्ष्य दिया था की बोर्ड परीक्षा की समयावधि को एक माह में सीमित किया जाए। परीक्षा परिणाम भी एक महीने की सीमित अवधि में घोषित किया जाए। विभाग ने कोशिश की और इसका परिणाम है कि इस वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षा 15 दिन में संपन्न हुई और 14 दिन में परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिए गए। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड 365 दिन का शैक्षिक कैलेंडर तैयार करे जिसमें छात्रों की पढ़ाई के लिए अधिक से अधिक समय मिले।

छात्रों को दूसरे महत्वपूर्ण संस्थानों में एक्स्पोजर विजिट कराई जाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नकल माफिया पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि नकल माफिया समाज के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वे शिक्षण संस्थानों को अपवित्र करते हैं। उनका सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। प्रशासन को भी उनसे सख्ती से निपटना चाहिए। माध्यमिक शिक्षा विभाग का आह्वान किया कि वह भी बेसिक शिक्षा विभाग के आपरेशन कायाकल्प की तरह राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के कायाकल्प के लिए जनसहभागिता, पुरातन छात्रों और कारपोरेट सामाजिक दायित्व की गतिविधियों का सहयोग ले।

योगी ने मेधावियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पुस्तक एग्जाम वारियर्स को पढ़ने की सलाह दी। साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति को शिक्षण संस्थानों में प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया। समारोह को माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी और अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने भी संबोधित किया।