पटना

सीवान: देशरत्न के गांव में मनाया गया आजादी का अमृत महोत्सव 


स्वतंत्रता सेनानियों  का सम्मान है अमृत महोत्सव : सांसद

जीरादेई (सीवान)। प्रखण्ड मुख्यालय के देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के पैतृक निवास परिसर के सामने रविवार को  आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के मूर्ति पर माल्यार्पण कर शुरू की गई। इस कार्यक्रम को स्वतंत्रता सेनानी मुंशी सिंह की अध्यक्षता में शुरू की गई। कार्यक्रम का संचालन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय सहायक प्रसार पदाधिकारी सर्वजीत सिंह  तथा आकाश कुमार ने किया। क्षेत्रीय प्रसार पदाधिकारी  छपरा के पवन कुमार सिन्हा ने आजादी का अमृत महोत्व कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दिया तथा आगत अतिथियों का स्वागत किया।

मुख्य अतिथि स्थानीय सांसद कविता सिंह ने कहा कि  हमारे वीर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग का प्रतिफल है  जो आज आजाद भारत में लोग भ्रमण कर रहे है। राजेन्द्र बाबू राजनीति के देवता तथा त्याग के प्रतिमूर्ति थे। सांसद ने कहा कि  भारत सरकार ने आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन कर  देश के वीर सपूतों व स्वतंत्रता सेनानियों का मान-सम्मान बढ़ा रही है। स्थानीय विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा कि अमृत महोत्सव भारत के आजादी के दीवानों के याद में मनाया जा रहा है, जो सरकार के स्वागत योग्य कदम है। विधायक ने आजादी के जंग को बताते हुए राष्ट्रीय एकता व संगठन शक्ति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आजादी का अर्थ है देश के अंतिम व्यक्ति के आंखों में आंसू न आये।

स्वतंत्रता सेनानी मुंशी सिंह ने बड़े ही विस्तार से आजादी के प्रसंग को सुनाया। जेपी आंदोलन के नेता महात्मा भाई ने कहा कि आजादी का उत्सव स्वागत योग्य है पर देशरत्न के गांव में अपेक्षित विकास की आवश्यकता है  और सर्किट हाउस बनाने की मांग की। सभी मंचासीन अतिथियों को पौधा व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

सूचना एवम प्रसारण मंत्रालय के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। चित्रांकन प्रतियोगिता व क्रिकेट प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर  परमसंत रामनारायण दास महाराज, नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा अधिकारी कार्तिक सिंगला, सांसद प्रतिनिधि लालबाबू प्रसाद, लाफिंग बुद्धा नागेश्वर दास, पारस नाथ पाठक, सत्येन्द्र भारती, प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह, प्रफुल्ल चंद वर्मा, कमलवास दुबे, रामेश्वर सिंह,  विकास शाही, प्रो. संदीप यादव, विनोद श्रीवास्तव , नन्द जी यादव आदि उपस्थित थे।