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स्वास्थ्य व्यवस्था : सुशील मोदी- एक-दो दिन का काम नहीं, सुधारने में समय लगेगा


  • स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने के सवाल पर सुशील मोदी ने कहा, ” ये एक दिन में थोड़ी होगा. लंबा समय लगेगा. देश में कोई भी राज्य नहीं है, जो जीडीपी का 2 परसेंट से अधिक स्वास्थ्य सेवा पर खर्च कर रहा है. परेशानी ये है समझ नहीं आता कि पहले क्या करें.”

पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने गुरुवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बिहार में कोरोना से उत्पन्न स्थिति और स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली पर जवाब देते हुए कहा कि कोशिश पूरी की गई है. लेकिन ये कोई एक-दो दिन का काम नहीं है, इसमें समय लगेगा. उन्होंने कहा, ” हमारी सरकार से पहले बिहार में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं था, हमारे आने के बाद हमने तीन नए मेडिकल कॉलेज खोले. अगर मेडिकल कॉलेज नहीं रहेंगे तो डॉक्टर कहां से आएंगे. 50 साल में बिहार में एक भी नर्सिंग कॉलेज नहीं था, बाहर से नर्स आती थीं, हमने कॉलेज प्रारंभ किया. पारामेडिकल स्टाफ की हर जगह कमी है.”

पूरे बिहार में नहीं है ऑक्सीजन की कमी

सुशील मोदी ने कहा, ” हमने कल्पना नहीं की थी कि इतनी बड़ी महामारी आएगी. इसलिए थोड़ी दिक्कत हो रही है. लेकिन काम जारी है. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि राज्य में कही मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं है. दवाओं की कमी नहीं है. आईसीयू बेड की कमी है. अब स्थिति भी नियंत्रित हो गयी है.”

पिछले 15 सालों में स्वास्थ व्यावस्था सुधारने के लिए क्या काम हुआ के सवाल पर उन्होंने कहा, ” बिहार को छोड़ दीजिए, महाराष्ट्र को देखिए वहां की क्या स्थिति है. हर राज्य की स्थिति खराब है. पहले से कोई अंदेशा नहीं था. इसका कोई आंकलन नहीं किया गया था. हमने अपनी शक्तिनुसार पूरा प्रयास किया है. कोरोना महामारी है, जिससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार पूरी ईमानदारी से प्रयासरत है. डॉक्टर भी डरे हुए हैं. लेकिन वो बहुत ईमानदारी से काम कर रहे हैं.”