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30 करोड़ की संपत्ति के मालिक, जानें कौन हैं तेलंगाना के नए सीएम रेवंत रेड्डी


हैदराबाद। तेलंगाना को एक नए मुख्यमंत्री के रूप में रेवंत रेड्डी ने बुधवार को शपथ लिया।  गांधी परिवार के पसंदीदा नेता रेवंत रेड्डी की राजनीतिक करियार कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरी है। 56 साल के रेवंत रेड्डी की राजनीतिक सफर पर नजर डालें उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत बतौर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ छात्र नेता के रूप में काम की।

 

इसके बाद वो तेलंगाना राष्ट्र समिति और तेलुगु देशम पार्टी के साथ जुड़े।  साल 2017 में आखिरकार उन्होंने कांग्रेस करा दामन थाम लिया। साल 2021 में उन्हें तेलंगाना कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।

 

तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की इस वक्त काफी चर्चा हो रही है। तो चलिए जरा जान लें कि 56 साल के रेवंत रेड्डी ने अब तक राजनीति और निजी जिंदगी में क्या कुछ हासिल  किया है।

1– रेवंत रेड्डी 2019 में कांग्रेस के टिकट पर मल्काजगिरी से सांसद चुने गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में वो कोडंगल सीट से हार गए।

2– उस्मानिया विश्वविद्यालय से उन्होंने पढ़ाई की है।

3–  चल और अचल मिलाकर उनके पास 30 करोड़ की संपत्ति है।

4– रेवंत रेड्डी ने 1992 में कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी की भतीजी गीता रेड्डी से शादी रचाई।

5–  रेवंत रेड्डी के परिवार का राजनीति से कोई नाता नहीं था। राजनीति में आने से पहले, रेवंत अपने परिवार के कृषि व्यवसाय में थे और उन्होंने रियल एस्टेट में भी हाथ आजमाया।

 

6–  साल 2021 में रेवंत, के.चंद्रशेखर राव के साथ उनके तेलंगाना आंदोलन में शामिल हुए थे। जब तेलंगाना राष्ट्र समिति का गठन हुआ था तो रेवंत केसीआर के साथ थे। 2006 में उन्होंने टीआरएस (अब बीआरएस) छोड़ दिया था।

7– साल 2015 में जब रेवंत रेड्डी जेल में थे जब उनकी बेटी निमिशा की शादी रेड्डी और रेड्डी मोटर्स के मालिक सत्यनारायण रेड्डी से हुई थी। उनकी बेटी की भव्य शादी रचाई गई थी। हालांकि रेवंत के वकील केवल कुछ घंटों के लिए जमानत का प्रबंध कर सके थे, इसिलए कुछ ही घंटों के लिए वो अपनी बेटी की शादी में शामिल हो सके थे।

8– साल  2020 में रेवंत को केटी रामा राव के फार्म हाउस की तस्वीरें लेने के लिए उसके ऊपर ड्रोन उड़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

 

9– केसीआर के शासन के दौरान कई मौकों पर रेवंत रेड्डी को घर में नजरबंद कर दिया गया। वहीं कई बार उन्हें विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से रोका गया।

10– रेवंत के खिलाफ पार्टी के अंदर से भी कई बार आवाज उठे हैं। कई नेताओं का कहना है कि रेवंत सिर्फ अपने समर्थकों को ही बढ़ावा देते हैं।