Post Views: 1,177 ए. कुमार तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकोंके एक वर्गकी आक्रामकता देखी जा सकती है। दो राय नहीं कि ममताको चोट लगी। उन्होंने रणनीतिके तहत लोगोंकी सहानुभूति पाने तथा अपने कार्यकर्ताओंको भाजपाके खिलाफ आक्रामक करनेके लिए इसका उपयोग भी किया है। बयान दे दिया कि उनपर चार-पांच लोगोंने हमला किया। वहांसे कोलकाता अस्पताल जाते, […]
Post Views: 516 जग्गी वासुदेव यदि संयोगवश नेतृत्व कर रहे हैं और किसी योग्यता या बड़ी दूरदृष्टिकी वजहसे नहीं तो मुझे लगता है कि लोगोंके लिए आपके नेतृत्वके बिना रहना ही बेहतर होगा। एक मूर्ख व्यक्ति नेता हो, इससे ज्यादा अच्छा तो ये होगा कि लोगोंका कोई नेता ही न हो। ये थोड़ा-सा अराजक हो […]
Post Views: 1,479 स्वामी रामस्वरूप चारों वेदोंमें और यहां वेदोंके आधारपर श्रीकृष्ण महाराजने प्रकृतिको अव्यक्त कहा है। अव्यक्तका अर्थ है जिसका स्वरूप व्यक्त नहीं किया जा सकता, जो आंखोंसे देखा नहीं जा सकता इत्यादि। जिस प्रकार परमात्मा और जीवात्मा अति सूक्ष्म है और यह दोनों तत्व भी अव्यक्त हैं उसी प्रकार जड़ प्रकृति भी अति […]