Post Views: 471 जग्गी वासुदेव यदि संयोगवश नेतृत्व कर रहे हैं और किसी योग्यता या बड़ी दूरदृष्टिकी वजहसे नहीं तो मुझे लगता है कि लोगोंके लिए आपके नेतृत्वके बिना रहना ही बेहतर होगा। एक मूर्ख व्यक्ति नेता हो, इससे ज्यादा अच्छा तो ये होगा कि लोगोंका कोई नेता ही न हो। ये थोड़ा-सा अराजक हो […]
Post Views: 809 बाबा हरदेव गुरुका वचन क्या है। इस निराकार-दातारका इशारा, इस प्रभु-दातारका ज्ञान। जो गुरुके इस वचनपर एतबार करके, इसपर चलता है, गुरुसे यह ज्ञान रूपी रोशनी प्राप्त करता है और जीवनमें अपनाता है, वही इससे लाभ प्राप्त कर सकता है। कहीं बहुत अंधकार है और एक इनसान आवाजें दे कि कोई रोशनी […]
Post Views: 689 जग्गी वासुदेव काम करनेका असली आनन्द वही जान सकता है, जिसे काम करनेकी कोई जरूरत न हो। जब आपको मजबूरीमें काम करना पड़ता है तो आप नहीं जान पाते कि काम करना क्या होता है। यदि मैं आंखें बंद कर लूं तो मैं मरनेतक इसी तरह बैठा रह सकता हूं। यदि मैं […]