Post Views: 896 राजेश माहेश्वरी नये कृषि कानूनोंके खिलाफ किसानोंमें काफी गुस्सा है। किसान नेताओं और संघटनोंका मत है कि यह बिल उन अन्नदाताओंकी परेशानी बढ़ायंगे, जिन्होंने अर्थव्यवस्थाको संभाल रखा है। कुछ विशेषज्ञोंका कहना है कि इस कानूनसे किसान अपने ही खेतमें सिर्फ मजदूर बनकर रह जायगा। हमें अपने देशकी स्थिति और किसानके हालातके मुताबिक […]
Post Views: 345 डा. वरिंदर भाटिया भारतीय अर्थव्यवस्थाको मजबूती देनेके लिए सरकारको नोट छापनेके सुझाव दिये जा रहे हैं। भारतमें १९९७ तक आरबीआई सरकारी घाटेकी भरपाई नये करंसी नोट छापकर करता रहा है। हालांकि इस तरहसे सरकारी घाटेकी भरपाई करनेके काफी नुकसान भी होते हैं। इसीलिए १९९४ में तत्कालीन वित्तमंत्री और तत्कालीन आरबीआई गवर्नरने १९९७ […]
Post Views: 513 कोरोना महामारीके खिलाफ जंगमें निरन्तर सफलता मिलना अत्यन्त ही सुखद और राहतकारी है। दूसरी लहर अब नियंत्रणमें आ गयी है। जहां एक ओर नये संक्रमितोंकी संख्या कम हो रही है वहीं मृतकोंके आंकड़ेमें भी उल्लेखनीय गिरावट आयी है और ठीक होनेवालोंकी संख्यामें तेजीसे वृद्धि हुई है। रविवारको केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालयकी ओरसे जारी […]