Post Views: 1,113 यदि एक आदमीका सुख दूसरेका दुख होता है तो इसका केवल इतना ही मतलब है कि दूसरा आदमी नासमझ है और उसे भी सुखका कोई पता नहीं है। उसका सुख तभी दुख हो सकता है, जब किसी तरह दूसरेका सुख ईष्र्या बनता हो। लेकिन इसमें दूसरेका सुख जिम्मेदार नहीं है, हमारी ईष्र्या […]
Post Views: 642 कोरोनाकी नयी लहर का कहर देशभर में जारी है। देशके कोने-कोने से कोरोनासे जुड़ी दुखद खबरें सामने आ रही हैं। इसे क्या कहा जाए कि एक तरफ देशमें कोरोनाकी रोकथाम के लिए टीकाकरण हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर संक्रमितोंके आंकड़े आये दिन नये रिकार्ड बना रहे हैं। बावजूद इसके चिकित्सा […]
Post Views: 607 आर.के. सिन्हा दिल्ली विश्वविद्यालयके हालिया संपन्न ९७वें दीक्षांत समारोहमें ६७० डॉक्टरेटकी डिग्रियां दी गयीं। मतलब यह कि यह सभी पीएचडीधारी अब अपने नामके आगे ‘डाक्टरÓ लिख सकेंगे। क्या इन सभीका शोध पहलेसे स्थापित तथ्योंसे कुछ हटकर था। बेशक उच्च शिक्षामें शोधका स्तर अहम होता है। इसीसे यह भी तय किया जाता है […]