पटना

मुजफ्फरपुर: आक्सीजन के उत्पादन और वितरण की निगरानी करने की जरूरत : डीएम


समीक्षात्मक बैठक में दिया अहम निर्देश 

मुजफ्फरपुर। डीएम  प्रणव कुमार की अध्यक्षता में  समाहरणालय सभाकक्ष में कोविड- 19 से संबंधित एक समीक्षात्मक बैठक हुई। बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ॰ सुनील कुमार झा, आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय, सिविल सर्जन डॉ॰ एस के चौधरी, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, अपर समाहर्ता-राजस्व राजेश कुमार सहित जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक  मैं ऑक्सीजन उत्पादन एवं उसके वितरण की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया गया कि दोनों प्लांट से उत्पादित ऑक्सीजन गैस की वितरण की समीक्षा करते हुए प्रतिवेदन देना सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में वितरण की स्थिति की भी समीक्षा कर ले। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन वितरण पर सतत निगरानी रखें।  बैठक में उपस्थित सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि सदर अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन शुरू हो गया है। परंतु रिफिलिंग का कार्य की व्यवस्था नही है। कहा कि उत्पादित ऑक्सीजन गैस को पाइपलाइन से आवश्यकतानुसार विभिन्न वार्डों सप्लाई करने की व्यवस्था है।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि उत्पादित गैस के महत्व को देखते हुए तत्काल रिफलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए अथवा मातृ शिशु अस्पताल से संबंधित रोगियों का वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए मातृ शिशु अस्पताल में ही कोविड मरीजों के इलाज के बाबत उपयुक्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए  ताकि ऑक्सीजन का उचित इस्तेमाल कोविड रोगियों के लिए की जा सके। उक्त कार्य दो दिन के अंदर करना सुनिश्चित किया जाए। डी

पीएम द्वारा बताया गया कि सदर अस्पताल स्थित प्लांट से उत्पादित ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन के द्वारा सौ बेड को सप्लाई किया जाएगा। कहा कि यह रिफलिंग प्लांट नहीं है। कहा कि जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में शीघ्र निर्णय लिया जाएगा।

वही एसकेएमसीएच के अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि अस्पताल में आपूर्ति की जा रही ऑक्सीजन गैस का ऑडिट कराना सुनिश्चित किया जाए। अधीक्षक ने  बताया कि फिलहाल 300 सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही है जिसे बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। अधीक्षक ने बताया कि  एसकेएमसीएच में ऑक्सीजन प्लांट से संबंधित कार्य शुरू किया गया है जो लगभग  18 से 20 दिन में पूरा होगा।

जिलाधिकारी ने उन्हें निर्देशित किया कि मरीजों के ट्रीटमेंट में किसी भी तरह की कोताही न हो। कहा कि आवश्यकता पड़ने पर और चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाए। निर्देश दिया कि प्रतिनियुक्त चिकित्सक रोस्टर के हिसाब से वार्डो को विजिट करते रहे।

बैठक में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों की ट्रैकिंग और उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराने की भी समीक्षा जिलाधिकारी के द्वारा की गई। स्वास्थ विभाग द्वारा बताया गया कि होम आसोलेशन में रह रहे मरीजों की लगातार ट्रैकिंग की जा रही है एवं उन्हें मेडिकल किट भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

कोविड ओपीडी सिकंदरपुर और अल्पसंख्यक छात्रावास सिकंदरपुर के संचालन के मद्देनजर व्यवस्था को और पुख्ता करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया। बैठक में नियंत्रण कक्ष/ टेलीमेडिसिन कोषांग की भी समीक्षा की गई। निर्देश दिया गया कि प्रत्येक कॉल को रिसीव करते हुए संबंधित को उचित मेडिकल परामर्श देने का कार्य में निरंतरता कायम रखें। निर्देश दिया कि नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों की उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित हो। अनुपस्थित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।