Post Views: 682 आर.डी. सत्येन्द्र कुमार यह दारूण रूपसे दुखद है कि भारतका लैंगिक अनुपात बेहद लडख़ड़ा गया है और इसमें सुधारके कतई कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। पुरुषोंकी तुलनामें यहां महिलाओंकी आबादीमें भारी कमी दर्ज हुई है। फिलहाल दुनियामें पाकिस्तान एकमात्र ऐसा देश है, जिसमें लिंगानुपात भारतके मुकाबले खराब है लेकिन इस […]
Post Views: 735 हृदयनारायण दीक्षित भारतीय परंपराको अंधविश्वासी कहनेवाले लज्जित हैं। कथित प्रगतिशील श्रीराम, श्रीकृष्णको कल्पना बताते थे। वे हिन्दुत्वको साम्प्रदायिक कहते थे। राजनीतिक दलतंत्रका बड़ा हिस्सा भी हिन्दुत्वको साम्प्रदायिक बताता था। कथित प्रगतिशील देवोंकी निन्दा, देव आस्थासे जुड़े उत्सवोंका भी मजाक बनाते थे। लेकिन अचानक देशकी संपूर्ण राजनीतिमें हिन्दू हो जानेकी जल्दबाजी है। संप्रति […]
Post Views: 1,107 कोरोना वैश्विक महामारीके बीच अब भारतके अनेक हिस्सोंमें बर्ड फ्लूका कहर लोगोंके लिए गम्भीर चिन्ताका विषय बन गया है। कोरोनाके संक्रमणमें अवश्य कमी आयी है लेकिन उनके नये स्ट्रेनका खतरा भी बढ़ गया है। ब्रिटेनसे आये नये स्ट्रेनसे संक्रमित पुणेमें बीस नये मरीज मिले हैं जिससे संक्रमितोंकी संख्या ५८ हो गयी है। […]