मोतिहारी (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार परिवहन विभाग के सचिव सह आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय अग्रवाल के नेतृत्व में मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक, बेतिया के डीएम कुंदन कुमार, बिहार कृषि विभाग के निदेशक आदेश तितरमारे एवं अधीक्षण अभियंता सिकराहना बाढ़ प्रमंडल, मोतिहारी के साथ चंपारण के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान मुख्य रूप से मोतिहारी, बंजरिया, सुगौली, मधुबन, पताही, चिरैया, रामगढवा, छौडादानो, तेतरिया प्रखंडों का हाल जाना एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सर्वेक्षण के दौरान मुख्य रूप से सिकराहना, लालबकैया, नदी में बाढ़ की स्थिति क्षतिग्रस्त सड़कों NH 28A और B की स्थिति एवं फसल क्षति (धान की बीचड़ा) का अवलोकन किया। मोतिहारी डीएम ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित कुल पंचायतों की संख्या 61 है जिसमें 144 गांव शामिल है। कुल 612899 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 6536 व्यक्तियों को बाहर निकाला गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 13606 पोलीथीन सीट वितरण हुए है।
बाढ़ प्रभावित बंजरिया में चार सुगौली में दो, मोतिहारी में दो, तेतरिया में दो, मधुबन में एक, फेनहारा में एक कुल 12 मोटर बोट तथा 67 नाव चलाया जा रहा है। जिसमें 6 सरकारी एवं 61 निजी नावे है। एनडीआरएफ की टीम लगातार बाढ़ प्रभावित प्रखण्ड बंजरिया, सुगौली, मोतिहारी, मधुबन, फेनहरा, तेतरिया में भ्रमनशील है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मोतिहारी, पकड़ीदयाल, संग्रामपुर में एनडीआरएफ के कैम्प संचालित है। बाढ़ क्षेत्रों में अभी तक 39 सामुदायिक रसोई संचालित है जिसमें भोजन करने वालो की संख्या 21434 है।
बाढ़ से क्षतिग्रस्त 229 सड़को में से 30 सड़को की मरम्मत अभी तक कराया गया हैं। शेष सड़को पर पानी के जमा होने के कारण पानी हटने के उपरान्त मरम्मत कराने की प्रक्रिया शुरू होगी। डीएम ने बताया कि 6880 हेक्टेयर में बीज का नुकसान हुआ है। जिसके लिए 17200 क्वींटल बीज का विभाग से अधियाचना किया गया है। जिसमें 1064.85 क्वींटल प्राप्त हुआ है। बीज का वितरण के लिए कल से आवेदन प्राप्त करना प्रारम्भ होगा।