पटना

बिहारशरीफ: स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की जिलाधिकारी ने की समीक्षा


    • 26 जुलाई से शुरू होगा सदर एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में दीदी की रसोई
    • गर्भवती महिलाओं की पहचान एवं निबंधन में फिसड्डी सरमेरा, राजगीर, बेन, कतरीसराय, रहुई, सिलाव एवं थरथरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण

बिहारशरीफ (आससे)। जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आज हरदेव भवन सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत सभी पात्र कन्याओं को आच्छादित करने का निदेश जिला प्रोग्राम पदाधिकारी एवं सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को दिया गया।

कोविड टीकाकरण की समीक्षा में बताया गया कि जिला में 18 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के अबतक 5 लाऽ 56 हजार 679 लोगों को प्रथम डोज एवं 1 लाख 7 हजार 878 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है। बिहार शरीफ नगर निगम क्षेत्र में अबतक पात्र आयुवर्ग के लगभग 61 प्रतिशत लोगों को प्रथम डोज का टीका दिया गया है। जिलाधिकारी ने जुलाई माह के अंत तक शहरी क्षेत्र के शत प्रतिशत लोगों को पहले डोज का टीका लगाने के लक्ष्य के साथ कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

सदर अस्पताल बिहार शरीफ, अनुमंडलीय अस्पताल हिलसा एवं अनुमंडलीय अस्पताल राजगीर में जीविका के माध्यम से दीदी की रसोई का संचालन 26 जुलाई से प्रारंभ कराने का निर्देश दिया गया। इसके लिए निर्धारित समय से पूर्व आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।

कोविड के संभावित तीसरे वेब से निपटने के लिए विभागीय गाइडलाइन के अनुरूप तमाम व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। तकनीकी उपकरणों के संचालन हेतु आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य कर्मियों को तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।

विभिन्न अस्पतालों में निर्माणाधीन पीएसए (प्रेशर स्विंग एडसरप्शन) ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट के संस्थापन का कार्य सुनिश्चित कराते हुए इस माह के अंत तक क्रियाशील कराने का निर्देश दिया गया। मोबाइल ऐप पर आधारित एम्पलाई अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति दर्ज कराने की व्यवस्था लागू कराने का निर्देश दिया गया।

एएमसी के लिए शत प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की पहचान एवं निबंधन सुनिश्चित कराने को कहा गया। इस कार्य में में असंतोषजनक प्रदर्शन करने वाले सरमेरा, राजगीर, बेन, कतरी सराय, रहुई, सिलाव एवं थरथरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण पूछा गया।

स्वास्थ्य सेवाओं के सहयोगी पार्टनर डब्ल्यूएचओ, केयर एवं यूनिसेफ के माध्यम से एएनसी एवं मैटरनल हेल्थ को लेकर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी पदाधिकारियों का विस्तृत ओरियंटेशन कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। शत प्रतिशत गर्भवती महिलाओं के बीच आयरन फोलिक एसिड टेबलेट का वितरण सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दिया गया।

शिशु के संपूर्ण टीकाकरण में जिला की औसत उपलब्धि जून माह में 91.3 प्रतिशत दर्ज की गई है। करायपरशुराय, अस्थावां तथा बिहार शरीफ ग्रामीण एवं शहरी में 80% से कम उपलब्धि पाई गई। सभी संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न घटकों के आधार पर तैयार किए गए प्रखंडों की रैंकिंग में पहले 5 स्थान पर क्रमशः हिलसा, थरथरी, हरनौत, परवलपुर एवं गिरियक प्रखंड है। अन्य प्रखंडों को भी अपनी रैंकिंग में सुधार लाने का निर्देश दिया गया।

आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की उपलब्धि असंतोषप्रद पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला कार्यक्रम समन्वयक आयुष्मान भारत से स्पष्टीकरण पूछा। दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के तहत 5 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को ओआरएस तथा जिंक टेबलेट का वितरण किया जा रहा है। शत-प्रतिशत बच्चों के बीच पारदर्शिता के साथ वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

बैठक में सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक आदि उपस्थित थे।