तेघरा (बेगूसराय)(आससे)। देसी गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए काफ़ी लाभदायक है। वर्तमान समय में अधिकांश गौशाला में विदेशी नस्ल की गाय पाली जाती है। दूध तो अधिक देती है मगर स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं है। तेघरा गौशाला का निरीक्षण करने के उपरांत देसी गाय की उपलब्धता देखकर मन खुश हो गया। गाय को माता का दर्जा दिया गया है और हमारे लिए पूजनीय भी है, गौ माता की सेवा से बढ़कर कोई बड़ा धर्म नहीं है। ऐतिहासिक गौशाला में देसी नस्ल की गाय पाली जा रही है। इसके लिए गौशाला समिति के लोग धान्यवाद के पात्र हैं।
उक्त बातें बिहार के महामहिम राज्यपाल फ़ागू चौहान ने तेघरा गौशाला के 110वां स्थापना दिवस पर उद्घाटन भाषण में कहा। सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित के उपरांत जीवनदायिनी स्मारिका का विमोचन किया गया। गौशाला समिति के उपाध्यक्ष सुरेश रोशन सचिव शिव कुमार केजरीवाल ने संयुक्त रूप से महामहिम को चादर एवं गौशाला के प्रतीक चिन्ह देकर अभिनंदन किया।
गौशाला समिति द्वारा आए हुए विधायक राम रतन सिंह, राज कुमार सिंह, रजनीश कुमार, सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर, पूर्व भाजपा अधयक्ष संजय सिंह को चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को विधायक सहित गौशाला समिति के सचिव उपाध्यक्ष द्वारा संबोधित किया गया इसके पूर्व महामहिम द्वारा गौशाला परिसर में वर्मी कंपोस्ट प्लांट का उद्घाटन एवं वृक्षारोपण का कार्य संपन्न किया गया।
मौके पर एलएस कॉलेज के प्राचार्य ओपी राय, जिला के जदयू अध्यक्ष रुदल राय, विधायक सुरेंद्र मेहता, प्रदीप मस्करा, झारखंड के सेवानिवृत्त डीएसपी सुनील सिंह, भाजपा नेता विकास कुमार, कृष्ण नंदन सिंह, जदयू के देव कुमार मुजफ्फ़रपुर के स्वर्गीय टुनकी साह के पौत्र नंदू साह, सुबोध कुमार, किशन मखौरिया, सुभाष अग्रवाल, बमबम कुमार, प्रदीप मस्करा एवं संदीप कुमार मारवाड़ी महिला सम्मेलन के नीलम अग्रवाल, शकुन केजरीवाल, प्रमिला अग्रवाल, सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।