पटना

बिहारशरीफ नगर निगम बोर्ड की हंगामेदार बैठक


      • मणिराम अखाड़ा पर बनेगा विद्युत शवदाहगृह
      • मृतक मवेशियों के दाह संस्कार के लिए बनेगा मवेशी शवदाहगृह

बिहारशरीफ (आससे)। बिहारशरीफ नगर निगम बोर्ड की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों के नाराजगी खुलकर सामने आयी। उनकी यह नाराजगी शहरी जलापूर्ति व्यवस्था का सुचारू नहीं होने के साथ हीं उप नगर आयुक्त की कार्यशैली को लेकर थी। महापौर वीणा कुमारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में उपमहापौर शर्मिली प्रवीण, नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल सहित पार्षदों ने हिस्सा लिया।

बैठक शुरू होते ही शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति व्यवस्था पर पार्षदों ने नाराजगी जतायी और कहा कि नल-जल योजना का ना तो सही से काम हो रहा है और ना हीं सही से संचालन हो रहा है। और तो और इस मामले में उनकी शिकायतों पर कोई निगरानी भी नहीं करता। आखिरकार यह निर्णय लिया गया कि नल-जल योजना से संबंधित कार्यों की विवरणी नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा जाय।

बैठक में उप नगर आयुक्त के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। शहरी जलापूर्ति योजना के कार्यान्वयन व मॉनिटरिंग किये जाने के लिए सरकार द्वारा उन्हें अधिकृत किया गया है। बैठक में बुडकों के कार्यपालक तथा सहायक अभियंता की भी जमकर खिंचाई हुई। वार्ड पार्षद संजय कुमार ने उप नगर आयुक्त पर बैठक में कई गंभीर आरोप लगाया। फाइल को दबाने तथा कर्मियों का आर्थिक दोहन करने जैसे गंभीर आरोप लगे और इस मामले में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया और उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए नगर विकास विभाग को लिखे जाने की मांग की गयी।

बैठक में बाबा मणिराम अखाड़ा के समीप विद्युत शवदाहगृह बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसी प्रकार शहर के अन्य जगहों पर मवेशी शवदाहगृह निर्माण कराने की भी सहमति बनी। इसके बाद मृत मवेशी को जहां-तहां नहीं फेंका जायेगा, क्यूंकि इससे गंदगी फैलती है।

बैठक में वार्ड पार्षद रंजय कुमार वर्मा, प्रमोद कुमार, संजय कुमार, नीरज कुमार, रजनी रानी, आरती देवी, कुसुम सिंह, उप नगर आयुक्त जयेश कुमार सिन्हा, विनोद कुमार रजक आदि लोग मौजूद थे।