लखनऊ, । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी के लिए जमकर प्रचार कर रहे सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को भी अपने मोर्चे पर रहेंगे। गोरखपुर में प्रात: 7.20 बजे मतदान करने के बाद अब उनका तीन जिलों का दौरा है, जहां पर सातवें चरण में सात मार्च को मतदान होना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अब तक 39 दिन में 179 चुनावी सभा की है। गुरुवार को उनकी तीन जिलों में जनसभा होनी है। सीएम योगी आदित्यनाथ की आज जौनपुर के बाद गाजीपुर व वाराणसी में चुनावी सभा होगी। गोरखपुर में मतदान के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सबसे पहले जौनपुर में करीब 12 बजे टीडी कालेज जौनपुर कालेज मैदान जौनपुर में पीएम मोदी की जनसभा में शामिल होंगे।
इसके बाद उनका गाजीपुर का दौरा है। जहां पर दोपहर करीब ढाई बजे गहमर इंटर कालेज, गाजीपुर में जनसभा करेंगे। गाजीपुर में उनकी दूसरी सभा इंटर कालेज, मुहम्मदाबाद में होगी। इसके बाद इंटर कालेज, कासमाबाद, जहूराबाद में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में सभा करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ की शाम को वाराणसी में पांच बजे पिंडरा इंटर कालेज मैदान में सभा होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ वैसे तो पांच वर्ष तक प्रदेशभर का दौरा करते रहे, लेकिन विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों का नामांकन शुरू होते ही स्टार प्रचारक के रूप में निकले मुख्यमंत्री ने खुद को ‘कर्मयोगीÓ साबित करते हुए मात्र 39 दिनों में 179 चुनावी कार्यक्रम कर डाले, जिसमें जनसभाएं और रोड शो सब शामिल है। विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 82 कार्यक्रम किए। वह भी कौशांबी की सिराथू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा ने 26 कार्यक्रम किए और संगठन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव ङ्क्षसह ने 69 कार्यक्रमों से पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया। दरअसल, भाजपा यह चुनाव योगी के चेहरे पर ही लड़ रही है। पार्टी को विश्वास है कि उनकी बेदाग छवि और सख्त तेवर इस चुनावी संघर्ष को आसान करने में मददगार साबित होंगे। यही वजह है कि निस्संकोच भाव से खुद प्रधानमंत्री ने ‘यूपी के लिए योगी हैं उप-योगीÓ जैसा प्रोत्साहित करने वाला नारा दिया। ‘आएंगे तो योगी हीÓ जैसा नारा भी बताता है कि शीर्ष नेतृत्व का भी भरोसा जीतने में वह कितने सफल रहे हैं। हालांकि, भाजपा के लिए ‘मैजिक मैनÓ साबित होते रहे मोदी ने अपनी उपयोगिता और भूमिका को भी अच्छे से समझा। यही वजह है कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और तमाम वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए उन्होंने उस यूपी से नजर नहीं हटाई, जिसके लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से वह सांसद हैं। दरअसल, 21 जनवरी, 2022 को विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों का नामांकन शुरू हुआ। इसके साथ ही भाजपा का चुनाव प्रचार अभियान भी जोर पकड़ गया।