लखनऊ, । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता ने अपने जनादेश से सपा को भाजपा का विकल्प मान लिया है। समाज के सभी वर्गों का समर्थन पार्टी के साथ है। इसी के फलस्वरूप ही जनता, कार्यकर्ताओं के सहयोग से सपा की सीटें और मतदान प्रतिशत बढ़ा है। चुनाव के तुरंत बाद बढ़ती महंगाई, खराब कानून व्यवस्था और बढ़ते अत्याचार से भाजपा के विरुद्ध जनता की नाराजगी और बढ़ गई है।
अखिलेश ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा को संविधान और लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। वह छल-बल की राजनीति और धन-बल की ताकत की आजमाइश से सत्ता में बने रहना चाहती है। जिस तरह से भाजपा ने सरकार बनाई है वह किसी से छिपा नहीं है। ईवीएम से भाजपा को चुनावी जीत मिली है, जबकि नैतिक जीत सपा की हुई है। भाजपा की ताकत पहले से घटी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजनीति में जनता ने भाजपा के विकल्प के रूप में सपा को चुनकर देश की राजनीति में बदलाव के भी संकेत दिए हैं। राजनीति में अब एकाधिकारी ताकतों को मतदाता प्रश्रय नहीं देगा। वह समाजवाद, संविधान और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता सपा के साथ जाहिर करेगा। सपा भी अपनी भूमिका सक्रियता से निभाएगी।