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Agnipath Scheme: 4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे? इस सवाल के MIB ने दिए 9 जवाब; UGC, IGNOU कराएंगे स्किल डेवेलपमेंट व न्यू कोर्सेस


नई दिल्ली, । Agnipath Agnipath Recruitment: रक्षा सेनाओं – भारतीय थल सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना में युवाओं के नए अल्पकालिक भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मंगलवार, 14 जून 2022 को दी गई। इसके योजना के अंतर्गत 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक के युवाओं की सशस्त्र सेनाओं में अधिकतम 4 वर्षों के लिए अस्थायी भर्ती की जाएगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। इस अवधि की समाप्ति के बाद 25 फीसदी अग्निवीर को सम्बन्धित सेना में स्थायी कर दिया जाएगा, जबकि शेष 75 फीसदी को सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। भले ही इस योजना के अंतर्गत युवाओं को कई लाभ एवं अवसर दिए जाएंगे, लेकिन फिर भी इसे लेकर देशव्यापी बहस शुरू हो गई है और इस तर्क के साथ विरोध प्रदर्शन किए जाए रहे हैं, कि 4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे? इसके जवाब में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने विभिन्न केंद्रीय संगठनों एवं राज्य सरकारों द्वारा अग्निवीर को लेकर की जा रही घोषणा को समाहित करते हुए 9 जवाब सोशल मीडिया के जरिए दिए हैं-

  1. 4 साल के बाद Disciplined और Skilled जीवन के बाद 24 साल की उम्र का कोई व्यक्ति अन्य की तुलना में नौकरी पाने के लिए हमेशा एक बेहतर विकल्प होगा।
  2. 4 साल बाद गृह मंत्रालय ने योग्य अग्निवीरों को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने की बात कही है।
  3. 4 में से 1 को पक्की नौकरी, करियर में Absorption का चांस क्या कम है?
  4. कितने लोगों के पास 21 से 24 साल के बीच 12 लाख की जमां पूंजी होती है?
  5. 4 साल के बाद आप जैसे Disciplined और Skilled अग्निवीर को कई बड़ी कंपनियों ने अपने यहां Hire करने का ऐलान किया है।
  6. 4 साल में अग्निवीरों के लिए शुरू होगी ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स। देश और विदेश से मिलेगी मान्यता।
  7. 21 से 24 साल की आयु में लगभग 20 लाख की राशि जोड़ सकेंगे। 4 साल में 7-8 लाख की Savings और 12 लाख केंद्र देगी।
  8. आप में से कितने लोग 24 साल में जीवन में Settle हो जाते हैं?
  9. 4 साल बाद कई राज्य सरकार जैसे – उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा और असम ने अग्निवीरों को सेवा के उपरांत पुलिस एवं पुलिस के सहयोगी बलों में समायोजित करने में प्राथमिकता देने की बात कही है।