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Delhi: वायु प्रदूषण को लेकर पर्यावरण मंत्री ने आज फिर बुलाई बैठक, आतिशी समेत सभी मंत्री होंगे शामिल


 नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में लगातार गिरावट जारी है। हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से सांस के मरीजों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में दिवाली से पहले स्थिति यह है कि कई दिनों से वातावरण में चारों चरफ धुंध की चादर छाई हुई है।

इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप का चौथा चरण लागू किया जा चुका है। इसके साथ ही हालात पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, राजधानी में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज गुरुवार को दिल्ली के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है। यह बैठक दिल्ली सचिवालय में होगी। इसमें वित्त एवं राजस्व मंत्री आतिशी, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन सहित कई मंत्री मौजूद रहेंगे।

केंद्र ने खारिज किया ऑड-ईवन फार्मूला

वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति से जूझ रही दिल्ली में राज्य सरकार की ओर से प्रस्तावित सम-विषम (आड-इवन) फार्मूले को केंद्र ने खारिज कर दिया है। इसकी जगह कृत्रिम बारिश कराने जैसे दूसरे विकल्पों को आजमाने का सुझाव दिया है। इसके साथ ही राज्यों को वायु प्रदूषण के खिलाफ छिड़ी इस मुहिम में पुलिस को उतारने के निर्देश दिए हैं, ताकि पराली जलाने वाले लोगों सहित वायु प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ सख्ती से निपटा जा सके।

वायु प्रदूषण के संकट से निपटने के लिए केंद्र ने यह निर्देश बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अगुआई में हुई उच्चस्तरीय बैठक में दिए। बैठक में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की सचिव लीना नंदन, कृषि, ऊर्जा और शहरी विकास मंत्रालय के सचिवों के अतिरिक्त पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित सभी पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिव व डीजीपी, प्रदूषण बोर्ड से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

करीब तीन घंटे चली बैठक

करीब तीन घंटे चली इस बैठक में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति से निपटने के फौरी और दीर्घकालिक उपायों पर भी लंबी चर्चा की गई। इस बीच सभी राज्यों ने अपने-अपने प्रस्ताव भी दिए। दिल्ली ने इस दौरान सम-विषम फार्मूले को लागू करने का प्रस्ताव रखा, जिसे कैबिनेट सचिव ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह उपयुक्त नहीं है।

इसके अतिरिक्त दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाए। खासकर दिल्ली में जो भी स्माग टावर लगाए गए हैं, उन्हें चलाना सुनिश्चित कराया जाए। मौजूदा समय में इनमें से ज्यादा बंद हैं या कुछ ही समय के लिए चलते हैं। निर्देश दिए गए कि सड़कों पर पानी के छिड़काव में तेजी लाई जाए। सड़कों की सफाई में इस बात का ध्यान रखा जाए कि धूल न उड़े। इसके लिए मशीनों के जरिये सड़कों की सफाई को प्राथमिकता दी जाए।