Latest News नयी दिल्ली राष्ट्रीय

Delhi: 20 रुपये के लिए नाबालिग की हत्या, बीच बाजार में पकड़कर चाकू से किए 14 से 15 वार


नई दिल्ली । Murder In Delhi: दक्षिण-पूर्वी जिले के गोविंदपुरी इलाके में बृहस्पतिवार रात को मात्र 20 रुपये के लिए 14 वर्षीय नाबालिग की बीच बाजार में चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी गई। आरोपितों ने पीड़ित नाबालिग पर चाकू से 14 से 15 वार किए। इसके बाद मजीदिया अस्पताल में नाबालिग ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। गोविंदपुरी थाना पुलिस ने मामला दर्जकर हत्या आरोपित दो नाबालिगों को पकड़ लिया। दोनों को शुक्रवार को जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार मृतक रेहान व दोनों आरोपित गोविंदपुरी के ट्रांजिट कैंप में रहते हैं। रेहान के पिता स्क्रैप डीलर हैं। रेहान सरकारी स्कूल नंबर-2 में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। आरोपित व रेहान के दोस्त डीडीए फ्लैट्स, कालकाजी स्थित सरकारी स्कूल में पढ़ते है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार रेहान ने करीब दो दिन पहले आरोपित नाबालिग से 20 रुपये ले लिए थे और मारपीट भी की थी।

इस बात पर आरोपित नाबालिग बहुत गुस्से में था। रेहान बृहस्पतिवार रात अपने 14 व 16 वर्ष के दो दोस्तों के साथ ओखला एस्टेट में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में बृहस्पतिवार रात करीब साढ़े नौ बजे कुछ खरीदारी करने गया था। तभी 14 वर्षीय आरोपित नाबालिग व 17 वर्षीय उसका दोस्त के साथ वहां पहुंच गया। 17 वर्षीय आरोपित ने रेहान की गर्दन पीछे से पकड़ ली, 14 वर्षीय नाबालिग ने चाकू से रेहान पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।

इसके बाद 17 वर्षीय नाबालिग ने भी चाकू से रेहान पर वार किए। यह देख रेहान के साथ आए दोस्त भी दूर खड़े हो गए थे। बताया जा रहा है कि दोनों ने चाकू से 14-15 वार किए थे। इसके बाद आरोपित अपने घर नहीं गए और इलाके में खून से सने कपड़ों के साथ ही घूमते रहे। हत्या की ये वारदात बीच बाजार में हुई थी। सभी लोग तमाशा देखते रहे, मगर कोई भी बचाने नहीं आया।

किसी ने इसकी सूचना पुलिस को जरूर दे दी। मौके पर पहुंची ने पीसीआर ने रेहान का मौके पर प्राथमिक उपचार किया और फिर मजीदिया अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान रेहान की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को शुक्रवार को पकड़ लिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मौके पर मौजूद लोगों ने यदि साहस दिखाया होता तो नाबालिग की जान बच सकती थी।