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Geomagnetic storm की चपेट में आकर तबाह हो गईंं स्‍पेस एक्‍स की 40 Starlink Satellites,


कैलीफार्निया (एएनआई)। जियोमैग्‍नेटिक स्‍टार्म की वजह से निजी क्षेत्र की स्‍पेस कंपनी स्‍पेस एक्‍स की 40 स्‍टालिंक सैटेलाइट नष्‍ट हो गई है। इसकी जानकारी खुद कंपनी की तरफ से दी गई है। स्‍पेस एक्‍स का कहना है कि फाल्कन 9 राकेट के माध्‍यम से करीब 49 स्टारलिंक सैटेलाइट्स को पृथ्वी के लो आर्बिट में स्‍थापित किया गया था। लेकिन, लान्‍च किए जाने के एक ही दिन बाद करीब 40 स्‍टारलिंक सैटेलाइट्स जियोमैग्‍नेटिक स्‍टार्म की रेंज में आकर नष्‍ट हो गईं। कंपनी के मुताबिक इन सैटेलाइट्स को धरती के ऊपर करीब 130 मील दूर स्‍थापित किया गया था। कुछ वायरल हो रही फुटेज में स्‍पेस डेबरी को भी दिखाया जा रहा है। कंपनी का यहां तक कहना है कि इनके नष्‍ट होने से दूसरी सैटेलाइट को कोई खतरा नहीं है।

आपको बता दें कि इस तरह की घटना में इतनी सैटेलाइट का नष्‍ट होना काफी गंभीर बात है। कंपनी का कहना है कि नष्‍ट हुई सैटेलाइट से धरती को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। कंपनी का ये भी कहना है कि इन सैटेलाइट्स को ऐसे तैयार किया गया था कि किसी खतरे में ये धरती के वातावरण में दोबारा आकर राख बन जाएं। इस तूफान की वजह से कंपनी की करीब 80 फीसद सैटेलाइट प्रभावित हुई हैं।

आपको बता दें कि जियोमैग्‍नेटिक स्‍टार्म एक जबरदस्‍त सौर तूफान होता है। इसका असर जीपीएस, रेडियो और सैटेलाइट कम्युनिकेशन्स पर पड़ने की संभावना हमेशा बनी रहती है। इसके अलावा इस तरह के तूफान हाई-फ्रीक्वेंसी रेडियो कम्युनिकेशन्स और जीपीएस नेविगेशन सिस्टम्स को भी प्रभावित करते हैं। साथ ही इसकी वजह से हवाई सेवा, पावर ग्रिड्स और स्पेस एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम्‍स को भी खतरा पैदा होता है।