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Ravidas Jayanti : दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों में भी बुधवार को होगा अवकाश,


नई दिल्ली/।  15वीं सदी के महान समाज सुधारक और दार्शनिक कवि संत रविदास की जयंती बुधवार को देशभर में मनाई जाएगी। इसके चलते दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी बुधवार को सार्वजनिक अवकाश होगा। इसके चलते न केवल बैंक बंद रहेंगे, बल्कि स्कूलों में भी अवकाश रहेगा। वहीं, दिल्ली में इस दिन शराब की दुकानें बंद नहीं रहेंगी, क्योंकि दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार पहले ही ऐलान कर चुकी है कि साल में अब सिर्फ तीन दिन (26 जनवरी, 2 अक्टूबर और 15 अगस्त) शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इसके अलावा बैंकों से संबंधित काम हैं तो जल्द निबटा लें, क्योंकि अगले सप्ताह 2 दिन बैंक बंद रहेंगे, इसके बाद शनिवार (26) और रविवार (27) फरवरी को भी बैंक में अवकाश रहेगा। बता दें कि मंगलवार को मोहम्मद हजरत अली की जयंती के चलते नोएडा और गाजियाबाद में न केवल स्कूल बल्कि बैंक भी बंद हैं।

बैंक रहेंगे बंद, मंगलवार को ही निपटा लें काम

रविदास जयंती पर बुधवार को बैंकों में अवकाश होने के चलते मंगलवार को ही इससे संबंधित काम निपटा लें। रिजर्व बैंक आफ इंडिया के मुताबिक, मोहम्मद हजरत अली की जयंती के चलते कई जगहों पर मंगलवार को भी सार्वजनिक अवकाश है और बैंक भी बंद हैं। इसी तरह अगले सप्ताह 23 और 24 फरवरी को कर्मचारियों की हड़ताल के चलते भी बैंक बंद रहेंगे। ये स्थानीय स्तर पर होंगे, क्योंकि अवकाश का निर्णय स्थानीय प्रशासन के साथ राज्य सरकारें भी लेती हैं।

गौरतलब है कि 1377 ईस्वी में उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के गोबर्धनपुर गांव में जन्में रविदास ने भेदभाव से ऊपर उठकर समाज के कल्याण की सीख दी। रविदास जी के रचनाओं में भगवान के प्रति प्रेम की झलक साफ दिखाई देती है, लेकिन तार्किक ढंग से। रविदास समाज की कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कहा था कि कोई व्यक्ति जन्म के आधार पर श्रेष्ठ नहीं होता बल्कि वह अपने कर्मों से पूज्यनीय बनता है।

रविदास जयंती 2022

  • तारीख 16 फरवरी और दिन बुधवार
  • पूर्णिमा तिथि प्रारंभ 15 फरवरी 2022 को रात 09:16 से
  • पूर्णिमा तिथि की समाप्ति 16 फरवरी 2022 को रात 01:25 तक

वहीं, कुछ साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर रविदास जी का जन्म वहीं उनके जन्म को लेकर कई विद्वानों का मत है कि उनका जन्म 1482 से 1527 के बीच हुआ। उनके पिता संतोखदास जूते बनाने का काम करते थे और माता कलसा देवी एक गृहणी थी। हिंदू पंचांग के अनुसार संत रविदास जी का जन्म माघ मास की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। रविदास जयंती के मौके पर पंजाब, हरियाणा और यूपी में झांकी भी निकाली जाती है।