Post Views: 723 हेमलता म्हस्के हमारे देशमें महिलाओं और बच्चोंकी तरह बुजुर्ग भी अभाव और अपमानके बीच जीनेको विवश हैं। कहनेके लिए बुजुर्गोंके लिए अनेक सरकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी हालतमें कोई सुधार नहीं हो रहा है। हम बहुत शानसे कहते हैं कि आजका भारत युवा भारत है, लेकिन […]
Post Views: 627 जी. पार्थसारथी पिछली बार जब मानवताको वैश्विक महामारी भुगतनी पड़ी थी तो यह लगभग एक सदी पूर्व १९१८ की बात है, तब न्यूमोनिक महामारीकी वजहसे दुनियाभरमें अनुमानित ५ से १० करोड़ लोगोंकी जानें गयी थीं। तब प्रथम विश्वयुद्ध लगभग खत्म हो चुका था। भारतमें भी अमूमन १.७ से १.९ करोड़ लोग इस […]
Post Views: 405 मन बहुत अद्भुत चीज है लेकिन उसमें अटक गये तो वह आपको लगातार छलता रहेगा। मनमें अटक गये तो वह लगातार छलता रहेगा। मनमें अटकनेवाला इनसान दुखी ही रहता है। कष्ट या पीड़ासे घिरे रहेंगे। आध्यात्मिक रास्तेपर विकास करनेवाला व्यक्ति गौतमको अनदेखा नहीं कर सकता क्योंकि उनकी उपस्थिति बहुत असरदार बन गयी […]