Post Views: 763 राजेन्द्र एक दिन एक जज साहब अपनी कारसे अदालत जा रहे थे। रास्तेमें उन्होंने देखा कि एक कुत्ता नालीमें फंसा हुआ है। वह बुरी तरह छटपटा रहा है। उसमें बाहर निकलनेकी छटपटाहट है, किन्तु प्रतीक्षा भी है कि कोई आ जाय और बाहर निकाल दे। जज साहबने तुरन्त कार रुकवाई और पहुंच […]
Post Views: 1,019 श्रीराम शर्मा आजके समयमें मनुष्यके बाहर भीतर शांति तथा सुव्यवस्था स्थापित करनेके लिए आध्यात्मिक प्रयास ही सार्थक हो सकते हैं। श्रद्धा, भावना, तत्परता एवं गहराई इन्हींमें समाहित है। हर मानवका धर्म, सामान्यसे ऊपर, वह कर्तव्य है, जिसे अपनाकर लौकिक, आत्मिक उत्कर्षके मार्ग प्रशस्त हो जाते हैं। धर्म अर्थात्ï जिसे धारण करनेसे व्यक्ति […]
Post Views: 850 शिवप्रसाद ‘कमल’ आज विज्ञानका युग है। हाथों द्वारा किया जानेवाला श्रम हम नहीं कर पा रहे हैं। अब जीवनमें मशीनों-यंत्रोंका महत्व अधिक हो गया है। इन मशीनोंने हमारा समय बचाया अवश्य किन्तु हमें बेकार-सा कर दिया है। इससे हम सही विश्राम नहीं कर पाते। एक बार सुप्रसिद्ध दार्शनिक कन्फ्यूशियसका एक शिष्य किसी […]