Post Views: 798 राजेश माहेश्वरी पिछले एक महीनेका घटनाक्रम याद करते ही शरीरमें सिरहन-सी दौड़ जाती है। जब कोरोनासे बचनेके लिए दवाओं, इंजेक्शन और आक्सीजनकी मारामारी देशभरमें मची थी। श्मशानमें दाह संस्कार करनेके लिए परिजनोंको घंटों ही नहीं, अपितु कई दिनोंतक इन्तजार करना पड़ा। निश्चित रूपसे वह एक अप्रत्याशित और अभूतपूर्व संकट था। इस लहरमें […]
Post Views: 352 योगेश कुमार गोयल वैशाख मासकी पूर्णिमाको बुद्ध पूर्णिमाके रूपमें मनाया जाता है। वैशाख मासकी पूर्णिमाको गौतम बुद्धका जन्म हुआ और उन्होंने बोधिवृक्षके नीचे बुद्धत्व प्राप्त किया। यही वजह है कि बुद्ध पूर्णिमाको पवित्र दिन माना गया है। मान्यता है कि गौतम बुद्धने ही आजसे करीब ढाई हजार वर्ष पूर्व बौद्ध धर्मकी स्थापना […]
Post Views: 376 डा. राजेन्द्र प्रसाद यह स्थिति बेहद चिंताजनक और हमारी शिक्षा व्यवस्थाकी पोल खोलती हुई है। कोलकताके एक सरकारी मेडिकल कालेजमें मोरचरी यानी कि मुर्दाघरमें शवोंके रखरखावके लिए प्रयोगशाला सहायकके छह पदोंके लिए आठ हजार युवाओंने आवेदन किये हैं। दरअसल आम बोलचालकी भाषामें कहे तो यह डोमका पद है। मजेकी बात यह है […]