Post Views: 781 जग्गी वासुदेव जोउनके लिए सुविधाजनक है और जिसे वह सकारात्मक कहते हैं। इससे वह बेकार हो गये हैं। उन्हें हर चीज बहुत जल्दी चाहिए। किसी भी चीजके लिए कोई समर्पित भाव उनमें नहीं है। यदि कोई वैज्ञानिक होना चाहता है तो उसे कई सालोंतक पढऩा पड़ेगा। हो सकता है कि वह अपनी […]
Post Views: 987 कोरोनाकी भयावहता खत्म होनी चाहिए, परन्तु हममेंसे कोई यह सोचनेको शायद ही तैयार है कि क्या यह सब कोरोना संकटको दूर करनेका कारण बन सकते ह। विश्व एवं भारतमें जिस तरह कोरोना बार-बार धमक रहा है उससे जीवनका एक-एक पहलू दुष्प्रभावित है। केवल राजनीति नहीं, व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक। […]
Post Views: 423 श्रीश्री रविशंकर जब दुनिया आपको दोषी ठहराने लगे। जब आपके अपने ही आपको समझनेकी कोशिश न करें। ऐसी स्थितिमें आपको केवल आंतरिक मजबूती ही रास्ता दिखा सकती है। केवल आपकी आंतरिक मजबूती ही आपको खुश रहनेका अवसर दे सकती है। जब हालात आपके लिए प्रतिकूल हो जाते हैं, तब आपको सहनशक्ति, साहस […]