पटना

बिहारशरीफ में नोबेल हॉस्पीटल का हुआ शुभारंभ


रियायती दर पर पटना के चिकित्सकों के द्वारा इस अस्पताल में उपलब्ध करायी जायेगी चिकित्सीय सेवा : डॉ॰ सहजानंद

बिहारशरीफ। बिहारशरीफ में नोबेल हॉस्पीटल का शुभारंभ किया गया, जिसका विधिवत उद्घाटन आईएमए के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ॰ सहजानंद प्रसाद ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आईएमए के बिहार प्रेसिडेंट डॉ॰ श्याम नारायण प्रसाद, बिहारशरीफ आईएमए के अध्यक्ष डॉ- जवाहर लाल उपस्थित थे।

नोबेल हॉस्पीटल के उद्घाटन के पश्चात आईएमए के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ॰ सहजानंद प्रसाद ने कहा कि ‘चलो गांव की ओर, करो गरीबों की सेवा’ इसी के तर्ज पर इस अस्पताल की शुरुआत की गयी है। इस अस्पताल में वे सारी सुविधाएं मौजूद होंगी, जिसके लिए लोगों को पटना या बड़े शहर जाना पड़ता था। इस अस्पताल के उद्घाटन से जिले के रोगियों को काफी सुविधा मिलेगी। अब नालंदा और आसपास के रोगियों को बेहतर इलाज के लिए पटना जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पटना जैसी चिकित्सीय सुविधा इस अस्पताल में काफी किफायती दर पर प्राप्त होगा। पटना में जहां खर्च 2 लाख होता है तो यहां खर्च मात्र 50 हजार रुपया होगा। उन्होंने कहा कि नोबेल हॉस्पीटल गरीबों के लिए बेहतर चिकित्सा मुहैया करायेगा।

इस अवसर पर आईएमए के बिहार प्रेसिडेंट डॉ॰ श्याम नारायण प्रसाद ने कहा कि बिहारशरीफ में एक बेहतर अस्पताल की आवश्यकता थी। इसे ध्यान में रखकर नोबेल हॉस्पीटल खोला गया है, जहां रोगियों को किफायती दर पर हर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा।

नोबेल हॉस्पीटल के निदेशक डॉ॰ दिनेश कुमार ने बताया कि नालंदा तथा आसपास के जरूरत को देखते हुए नोबेल हॉस्पीटल बिहारशरीफ में शुरू किया गया है, जहां इलाज के अलावे इमरजेंसी, एक्सीडेंटल रोगियों के लिए भी बेहतर व्यवस्था होगी। इस अस्पताल न्यूरो, ऑर्थों, सर्जरी सहित आईसीयू की भी आधुनिक ओटी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के द्वारा एवं पटना के कई वरीय चिकित्सकों के द्वारा स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराया जायेगा।

इस अवसर पर डॉ॰ अरविंद कुमार, डॉ॰ अरूण कुमार, डॉ॰ सुनील कुमार, डॉ॰ मनोज कुमार, डॉ॰ दीनानाथ वर्मा, डॉ॰ हेमा शमायन, डॉ॰ लक्ष्मण कुमार, डॉ॰ अजय कुमार, डॉ॰ आशुतोष कुमार, डॉ॰ चंदेश्वर प्रसाद, डॉ॰ जय ज्योति, डॉ॰ दिलीप, डॉ॰ संजीव, डॉ॰ ओमप्रकाश, डॉ॰ विनय, डॉ॰ दिग्विजय सहित शहर के कई चिकित्सक उपस्थित थे।