Post Views: 611 भारतमें जब भी लोकतंत्र और संसदीय प्रणालीकी चर्चा होती है, उसका स्रोत ब्रिटिश सरकारको ही जाता है। वर्तमान संसदीय प्रणाली आधारित हमारा लोकतंत्र लगभग ब्रिटिश प्रणालीपर आधारित है। जिस तरह ब्रिटेनमें कॉमन सभा और लार्ड सभाके रूपमें दो सदन है वैसे ही हमारे यहां लोकसभा एवं राज्यसभा है। अंग्रेजोंकी पूरी कल्पना और […]
Post Views: 704 डा. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा कोरोनाके कारण लम्बे समयतक प्रभावित हालातोंके बाद पिछले दो-तीन महीनोंसे लगने लगा था कि अब देशमें हालात पटरीपर आने लगे हैं परन्तु मार्च आते-आते जिस तरहसे कोरोना पाजिटिवके मामले बढ़ते जा रहे हैं वह एक बार फिर चिन्ताका कारण बन रहा है। पिछले १२ सप्ताहोंमें नये केसोंमें ३३ […]
Post Views: 928 जलवायु परिवर्तनसे उत्पन्न होनेवाली आपदाएं कितनी भयावह और मानव जीवनके लिए पीड़ादायी हैं इसका सहज अनुमान इण्टरनेशनल फेडरेशन आफ रेडक्रास सोसायटी (आईएफआरसी) की ताजा रिपोर्टसे लगाया जा सकता है। इन आपदाओंका सर्वाधिक दुष्प्रभाव महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गोंपर पड़ता है, जिन्हें लम्बे समयतक सहयोग और समर्थनकी आवश्यकता पड़ती है लेकिन दुर्भाग्य यह है […]