पटना

रूपौली: पंचायत शिक्षक नियोजन में नजराना की मांग से अभ्यर्थी हताश


रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। रुपौली प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में पंचायत शिक्षक नियोजन को लेकर काउंसलिंग का कार्य उच्च माध्यमिक विद्यालय रुपौली में किया गया था। वैसे तो बीते 13 जुलाई को हुए काउंसलिंग में मतैली खेमचंद पंचायत की मेघा सूची त्रुटि पूर्ण होने के कारण काउंसलिंग की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया।

किंतु जहां-जहां के पंचायतों की काउंसलिंग उपस्थित अभ्यर्थियों के द्वारा कराया गया था वहां भी चयनित अभ्यर्थियों से प्रखंड संसाधन केंद्र में पदस्थापित साधन सेवी के द्वारा नजराना की मांग से चयनित अभ्यर्थी हताश हो जिला पदाधिकारी कार्यालय, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा स्थापना कार्यालय को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाने पहुंच गए।

जिला कार्यालय पहुंचे तीनों अभ्यर्थियों ने अपने अलग-अलग आवेदन में साफ-साफ उल्लेख कर न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन के आलोक में उन्होंने कहा है कि निर्धारित तिथि को काउंसलिंग के उपरांत केंद्र पर पंचायत सचिव के द्वारा प्राप्ति रसीद विहित प्रपत्र पर दिया गया था। जबकि इसके पूर्व काउंसलिंग के दौरान उपस्थिति पंजी पर उपस्थिति को लिखित रूप से पंजीकृत भी कर लिया गया था।

आवेदन में कहा गया है की काउंसलिंग की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय रुपौली से सूचना भेजी गई थी कि यदि नियोजन कराना है तो यथाशीघ्र रूपौली प्रखंड संसाधन केंद्र में पदस्थापित साधन सेवी से संपर्क करें। जिस पर हम लोगों के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो 16 जुलाई को प्रखंड साधन सेवी रुपौली के द्वारा ₹40000 लेकर अभिलंब कार्यालय पहुंचने की बात कही गई। साथ ही साथ यह कहा गया कि नजराना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रूपौली को देकर चयन सूची में नाम दर्ज कराया जाएगा।

वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रूपौली तेज नारायण यादव ने पंचायत शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में लगाए गए आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि नियोजन समाप्त होने के तत्काल बाद हमें 54 अभ्यर्थियों की सूची समर्पित की गई थी जिसे जिले के एनआईसी पर लोड कर प्रतिवेदन जिला को समर्पित कर दिया गया है।