पटना

एटीएस ने की भागलपुर-गोपालगंज बम धमाकों की जांच पूरी


स्थानीय थाने की लापरवाही आयी सामने, आतंकी या नक्सली संगठन की आशंका को किया खारिज

पटना (आससे)। बिहार के गोपालगंज और भागलपुर जिले में करीब दो हफ्ते पहले हुए बम धमाकों की जांच रिपोर्ट सामने आ गयी है। एटीएस ने इन दोनों बम धमाकों की जांच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंप दी है। इस जांच रिपोर्ट में सबसे हैरान करने वाली बात जो बात सामने आयी है वह यह है कि दोनों धमाकों में पुलिस की लापरवाही देखने को मिली है।

रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय थाना इस मामले में लापरवाह रहा, जिस वजह से इतने दिनों तक इलाके में बम बनाने का काम चलता रहा। वहीं इस जांच रिपोर्ट में दोनों धमाकों के तार किसी आतंकी या नक्सली संगठन से जुड़े होने की आशंका को पूरी तरह नकार दिया गया है। साथ ही इस बारूद की सप्लाइ या इसे पश्चिम बंगाल या अन्य किसी राज्यों से भी मंगवाने की बात से साफ नकार दिया गया है। हालांकि एटीएस ने अपनी इस जांच रिपोर्ट में स्थानीय स्तर पर इतनी भारी मात्रा में बारूद का संग्रहण करके रखना और बिना लाइसेंस के पटाखों का स्थानीय स्तर पर निर्माण करने को लेकर संबंधित स्थानीय थाना और प्रशासन को दोषी ठहराया गया है।

एटीएस ने अपनी इस रिपोर्ट में साफतौर पर कहा है कि भागलपुर और गोपालगंज दोनों धमाकों में काफी सामानता है। दोनों मामलों में स्थानीय स्तर पर ही बारूद से संबंधित सामान्य सामग्री को जुटाकर बड़ी संख्या में रखा गया था। इसमें किसी उच्च क्षमता के विस्फोटक के अंश नहीं मिले है सिर्फ सोडियम नाइट्रेट और सल्फर समेत ऐसे ही कुछ अन्य तत्व मुख्य रूप से मिले है इन्हें स्थानीय स्तर पर ही कई बार में खरीदने की बात भी सामने आई है।

रिपोर्ट में इन विस्फोटों के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर अवैध रूप से पटाखा बनाने के लिए इन सामग्रियों का भंडारण किया गया था लेकिन इनके रखरखाव में गड़बड़ी या लापरवाही बरतने के कारण ही इनमें विस्फोट हो गया और एक साथ पूरे मिश्रण में विस्फोट होने से इसका असर इतना व्यापक हुआ। रखरखाव में कई स्तर पर लापरवाही बरतने की वजह से यह धमाके हुए. इसमें मुख्य है दोनों मुख्य पदार्थों सोडियम नाइट्रेट और सल्फर को बड़ी संख्या में मिलाकर बंद डब्बे में रख दिया गया था। इससे डब्बा में प्रेशर बढ़ गया और विस्फोट हो गया।

भागलपुर वाले मामले में इस मिश्रण को ऐसे स्थान पर रख दिया गया था जो काफी गर्म था। इससे भी पूरे मिश्रण में एक साथ धमाका हो गया और इतनी बड़ी क्षति हो गयी है। गोपालगंज वाले मामले में बड़े डब्बे में मिश्रण को रख कर इसे एक युवक सीढ़ी से चढ़ रहा था तभी उसके हाथ से डब्बा छूट गया और धमका हो गया। जो युवक इस डब्बा को पकड़े हुए था उसके शरीर के तीन टुकड़े हो गये थे। डब्बा हाथ में ही चिपका हुआ पाया गया था। यह बताता है कि इसके रखरखाव में लापरवाही के कारण ही यह धमाका हुआ था। इन कारणों को ही धमाके की मुख्य वजह बतायी गयी है। फिलहाल पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी इस रिपोर्ट की गहन समीक्षा कर रहे है। इसके बाद इससे संबंधित पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुए आगे की कार्रवाई की जायेगी।