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कटड़ा-बारामूला रेल सेक्शनपर कुतुबमीनारसे ऊंचा पुल


१२९ किमीमें से १०५ किमी सुरंगोंमें ही सफर

जम्मू (सुरेश एस डुग्गर)।  यूं तो कटड़ा से काजीगुंड के 129 किमी लंबे रेल लाइन के सफर का आनंद उठाने को सभी सांस रोके इंतजार कर रहे हैं पर यह कब तक उपलब्ध हो पाएगा, यह सबसे बड़ा प्रश्न है। इतना जरूर था कि कटड़ा से काजीगुंड के 129 किमी की रेलवे लाइन में सिर्फ 24 किमी तक ही यात्री खुले आकाश के दर्शन कर सकेंगे और बाकी का सफर सुरंगों में ही गुजरेगा। यह पूरी तरह से सच है कि महत्वाकांक्षी 129 किमी लंबी कटड़ा-काजीगुंड रेलवे लाइन में सिर्फ 24 किमी तक ही यात्री खुले आकाश के दर्शन कर सकेंगे। इस रेलवे लाइन में लगभग 105 किमी तक का सफर उन्हें सिर्फ सुरंगों में ही करना होगा।  वित्तीय वर्ष 2021-22 के रेल बजट में देश की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला (290 किलोमीटर) के निर्माण कार्य को तय समय यानि दिसंबर 2022 तक पूरा करने के लिए केन्द्रीय सरकार ने 4200 करोड़ रुपये की राशि को मंजूर किया है। इससे पूर्व रेललाइन के निर्माण के लिए 27948.99 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित था। यानि इस रेल बजट में इस रेल लाइन के लिए 1400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान रखा गया है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल परियोजना बहुत अधिक महत्वपूर्ण परियोजना है। कश्मीर घाटी के रेलमार्ग से जुड़ जाने के बाद रेलवे अकेला माध्यम बन जाएगा जो घाटी को पूरा वर्ष शेष देश को जोड़ेगा। यही कारण है कि वर्ष 2022 में इस रेल परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित किया गया था। उधमपुर-कटड़ा के बीच 25 किमी लंबी रेल लाइन पर 25 बड़े पुल, 29 छोटे पुल बनाए गए।