पटना

कृषि विभाग में 2667 पदों पर नियुक्ति शीघ्र : अमरेन्द्र


कृषि मंत्री ने किया नवनियुक्त पदाधिकारियों के प्रवेशकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

फुलवारीशरीफ। अमरेन्द्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री, बिहार द्वारा मंगलवार को कृषि विभाग में नवनियुक्त बिहार कृषि सेवा कोटि-1 (शष्य), वर्ग-2 के पदाधिकारियों का बामेती, पटना में आयोजित प्रवेशकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. एन. सरवण कुमार, सचिव, कृषि विभाग, बिहार ने किया।

मंत्री ने कहा कि आज नवनियुक्त पदाधिकारी कृषि विभाग परिवार के अंग बने हैं। बिहार कृषि सेवा कोटि-1 (शष्य) के मूल पद पर नियुक्ति के उपरान्त बामेती, पटना में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कृषि विभाग में विभिन्न रिक्त पदों के भरने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। कृषि विभाग द्वारा प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी के 774 पद, सहायक निदेशक (शष्य), कोटि-1 वर्ग-2 के 89 पदों का रोस्टर क्लियरेंस करते हुए सामान्य प्रशासन विभाग को अपनी अनुशंसा भेज दिया गया है। इसके साथ ही, कृषि समन्वयक के 1470 पद, उद्यान सेवक (माली) के 247 पद तथा उद्यान लिपिक के 87 पदों का रोस्टर क्लियरेंस करते हुए कर्मचारी चयन आयोग को कृषि विभाग द्वारा अनुशंसा भेजी गई है।

उन्होंने उम्मीद जताई कि इन अनुशंसित पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो जायेगी।उन्होंने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित अनुमंडल कृषि पदाधिकारी एवं समकक्ष स्तर के 228 पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र निर्गत किया गया था। नियुक्ति पत्र के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों को 13 से 25 अप्रैल तक विभाग में योगदान देने का निदेश दिया गया था, जिसके आलोक में अभी तक 164 पदाधिकारियों द्वारा कृषि विभाग में योगदान दिया गया। इन नवनियुक्त पदाधिकारिओं का आज से 19 मई तक प्रवेशकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नवनियुक्त पदाधिकारियों को कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं विशेषकर जैविक खेती, जलवायु के अनुकूल कृषि कार्यक्रम, सूक्ष्म सिंचाई योजना, भूमि संरक्षण एवं उद्यान से संबंधित विभिन्न योजनाएँ, फसल अवशेष प्रबंधन आदि के साथ-साथ बीज, उर्वरक एवं कीटनाशी के प्रवत्र्तन तथा अधिनियम, सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति, कोषागार से संबंधित वित्तीय नियमावली, चिकित्सा प्रवर्तन, सूचना का अधिकार अधिनियम आदि के साथ-साथ स्ट्रेस-मैनेजमेंट और टाईम-मैनेजमेंट आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया जायेगा।

उन्होंने नवनियुक्त पदाधिकारियों को जीवन में 3 मुख्य प्रबंधन पर कार्य करने का मंत्र दिया। पहला ज्ञान, जो आप पढक़र आए हैं, उसे अब आपको अपने कार्य क्षेत्र में किसानों के हित में उपयोग करना है। दूसरा प्रवीणता की कार्यक्षेत्र में अपने तकनीकी एवं प्रशासनिक ज्ञान के बीच तालमेल कर योजनाओं का क्रियान्वयन करना तथा तीसरा अभिवृति यानि सकारात्मक सोंच के साथ कार्य करना तथा अपने वरीय पदाधिकारियों द्वारा किए जा रहे सकारात्मक कार्यों को ग्रहण कर किसानों को योजनाओं का अधिक-से-अधिक लाभ पहुँचाना।

इस अवसर पर विशेष सचिव बिजय कुमार, कृषि निदेशक सावन कुमार, निदेशक उद्यान नन्द किशोर, संयुक्त सचिव शैलेन्द्र कुमार, अपर निदेशक (शष्य) धनंजयपति त्रिपाठी, निदेशक भूमि संरक्षण बैंकटेश नारायण सिंह, निदेशक, पीपीएम अशोक प्रसाद, निदेशक, बामेती, डॉ. जितेन्द्र प्रसाद सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।