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कोरोना के चलते इन छह राज्यों में हो रहीं सबसे ज्यादा मौतें,


  •  देश में कोरोना का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार लोगों को राहत देने के लिए अपने-अपने स्तर पर हर संभव कोशिश कर रही है। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्रालय भी देश में कोरोना की स्थिति को लेकर लोगों को लगातार जानकारी दे रहा है। इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना से 6 राज्यों में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। ये राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, यूपी, पंजाब और दिल्ली हैं। उन्होंने कहा कि देश में 18 राज्य ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी 15 फीसद से अधिक है, जिनमें लगभग सभी राज्यों में पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। 5 से 15 फीसद पॉजिटिविटी वाले 14 राज्य हैं। 4 राज्यों में 5 फीसद से कम पॉजिटिविटी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आठ राज्यों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या एक लाख से अधिक है जबकि 18 राज्यों में संक्रमण दर 15 फीसदी से अधिक है। टीके की बर्बादी पर मंत्रालय ने कहा कि कोविशील्ड की बर्बादी की दर एक मार्च को आठ प्रतिशत से कम होकर अब एक प्रतिशत रह गई है, वहीं कोवैक्सीन की बर्बादी दर इसी अवधि में 17 फीसदी से घटकर चार फीसदी रह गई है। वहीं अग्रवाल ने कहा कि ब्लैक फंगस के लिए एमफोटेरेसिन-बी जिसकी देश में सीमित उपलब्धता थी, उसे बढ़ाया जा रहा है। 5 अतिरिक्त मैन्युफैक्चर्स का लाइसेंस दिलाने का कार्य किया जा रहा है। अभी जो मैन्युफैक्चर्स हैं, वो भी उत्पादन बढ़ा रहे हैं।

पॉल ने कहा कि बच्चे कोरोना वायरस फैला सकते हैं लेकिन उनमें हमेशा संक्रमण हल्के स्तर का होता है और मृत्यु दर बहुत ही कम है। वैक्सीन पासपोर्ट के मुद्दे पर अग्रवाल ने कहा कि मामले को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन में अभी तक सहमति नहीं बनी है लेकिन चर्चा जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस के रोजाना मामलों की संख्या लगातार छठे दिन तीन लाख से कम रही और एक दिन में 2.57 लाख नए मामले सामने आए। सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 2,62,89,290 हो गए। 4194 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 2,95,525 हो गई है।