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कोरोना बेड घोटाले को तेजस्वी सूर्या ने दिया सांप्रदायिक रंग, मामले में जांच के आदेश


  • कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने बुधवार को क्राइम ब्रांच को बेंगलुरु कोविड बैड स्कैम मामले में BJP सांसद तेजस्वी सूर्या, उनके चाचा और दो अन्य विधायकों के लगाए गए आरोपों की जांच करने का आदेश दिया. तेजस्वी सूर्या ने बेंगलुरु ब्रुहत महानगर पालिका (BBMP) के वॉर रूम में 17 मुस्लिम कर्मियों की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए. वहीं जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) संदीप पाटिल ने कहा कि दो पुलिस शिकायतें दर्ज की गई हैं. मामले में एक महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सूर्या की शिकायत के बाद राज्य की सियासत गर्मा गई है. वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने सांसद को बधाई दी और प्रशासन पर हमला बोला.

मंगलवार को सामने आए इस मामले की जांच BBMP आयुक्त सरफराज नवाज तक भी पहुंची है. फेसबुक पर नवाज ने कहा कि वह बेड आवंटन में शामिल नहीं थे और कोविड केयर सेंटर और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट संभाल रहे थे. बीबीएमपी के अधिकारी के मुताबिक, मुझ पर आरोप लगाकर इस मामले को सांप्रदायिक रंग दिया गया है. मुझे उस डिपार्टमेंट के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं. वहीं सूर्या ने कहा कि उन्होंने नवाज का नाम नहीं लिया और अधिकारी से इस संबंध में माफी मांगी.

ऐसे किया जा रहा था घोटाला

पुलिस ने गिरफ्तार लोगों में से दो की पहचान नेत्रवती और रोहित कुमार के रूप में की है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी टिप-ऑफ पर आधारित थी. दोनों बेंगलुरु में बुकिंग बेड के लिए एजेंट के रूप में काम कर रहे थे. सूर्या ने मंगलवार को कोरोना मरीजों को बेड दिए जाने में धांधली का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि घोटाले के चलते ही बिस्तरों की कमी हो गई. सांसद ने कहा कि कुछ बीबीएमपी अधिकारी, आरोग्य मित्र (अस्पताल संपर्क अधिकारी) और कुछ बाहरी एजेंट हैं, जिन्होंने बिस्तर घोटाले के लिए रिश्वत ली. बिस्तर ऐसे लोगों को दिए गए जिन्होंने पेमेंट किया. सूर्या ने कहा कि बिस्तर को 12 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया जाता है, जिसके बाद उसे बेच दिया जाता है. अगर बेड नहीं बिकता है तो उसे फिर से अनब्लॉक कर दिया जाता है.

17 मुस्लिम कर्मियों की नियुक्ति पर सवाल

इसके बाद BBMP वॉररूम में 17 मुस्लिम कर्मियों की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए सूर्या ने कहा कि ‘ये लोग कौन हैं, जिन्होंने उन्हें भर्ती किया, उन्हें कैसे भर्ती किया गया?’, वीडियो में सूर्या को पूछते हुए दिखाया गया है, जिसमें वो कह रहे हैं कि “क्या आपने किसी मदरसे या नगर निगम के लिए लोगों की भर्ती की है? राज्य कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार ने सूर्या, रेड्डी और सुब्रमण्यम को “उनकी पार्टी की सरकार और निगम के बिस्तर आवंटन में भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए’ बधाई दी. वहीं पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि ‘ये दुर्भाग्यपूर्ण है और मामले को सांप्रदायिक बनाना असंवेदनशील है.’