पटना

गया: जेई से बचाव को लेकर 18 हजार बच्चों को होगा टीकाकरण


मास्क वितरण में तेजी लाने का दिया निर्देश

गया। जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के साथ कोविड-19 संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा संबंधी विभिन्न कार्यों यथा कोरोना टेस्टिंग, कोरोना टीकाकरण, होम आइसोलेशन में मरीजो की स्थिति की समीक्षा, एईएस-जेई से बचाव हेतु सभी प्रखंडों में जागरूकता, जीविका दीदियों द्वारा निर्मित मास्क को सभी पंचायतों में वितरण सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया गया।

बैठक में जिला पदाधिकारी ने बच्चों में फैलने वाली एईएस-जेई के इलाज  एवं लोगों में जागरूकता लाने हेतु आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जून के प्रथम सप्ताह से जापानी इंसेफलाइटिस जेई के बचाव हेतु लगभग 18000 बच्चों को टीका दिया जाएगा। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जो दवा स्टाक में उपलब्ध नहीं है, उसकी सूची बनाकर सिविल सर्जन कार्यालय को अविलंब भेजें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बच्चों में होने वाली इस बीमारीसे काफी चिंतित हैं।

उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि दोनों में समन्वय स्थापित कर जेई टीकाकरण तथा जागरूकता कार्यक्रम जून माह में करवाएं। वैसे टोले जहां सूअर पालन किए जा रहे हैं, वहां फागिंग तथा केमिकल का छिड़काव तथा सफाई व्यवस्थापर पूरा धयान दें। साथ ही यह धयान रखें कि बरसात के पानी का जलजमाव ना होने पाए।

उन्होंने निर्देश दिया कि बच्चों में इस बीमारी के लक्षण देखते ही तुरंत अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के माध्यम से जिन्हें वाहन दिया गया है, उन वाहनोंकी सूची तथा चालक का नाम एवं उनका मोबाइल नंबरको प्रचारित करावे ताकि आवश्यकता पड़ने पर उस गाड़ी का प्रयोग किया जा सके। सरकार द्वारा निर्धारित भाड़ा दी जाएगी।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि इस बीमारी से निजात हेतु लान्ग टर्म व्यवस्था आवश्यक है ताकि हर साल इस बीमारीका दंश बच्चों को झेलना ना पड़े। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा एमओआईसी को निर्देश दिया कि वे जून प्रथम सप्ताह में ही वे ग्रामीण चिकित्सकों के साथ बैठककर उन्हें इस बीमारी के लक्षण एवं बचाव के संबंध में विस्तार से बता दें।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कोरोना टेस्टिंग के संबंध में निर्देश दिया गया कि अब अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) में भी कोरोनाकी जांचकी जाएगीं। सभी एमओआईसी को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पूर्ण रूप से फंक्शनल करने तथा पर्याप्त संख्यामें टेस्टिंग किटकी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला पदाधिकारी ने ’कोविड-19 टीकाकरण पर विशेष बल देते हुए लोगों से अपील किया कि जो लोग अब तक टीका नहीं लिए हैं वह अविलंब टीका ले लें ताकि कोरोना से उनका बचाव हो सके। अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु कोविड-19 टीकाकरण के बावजूद हुई है तो उनमें पहले से गंभीर रोग थे। टीकाकरण से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है।

जिला पदाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रेंमें कोविड-19 टीकाकरण हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी, एमओआईसी को निर्देश दिया कि वे पंचायत के विद्यालयों पंचायत भवन में अच्छे स्थान का चयन कर एक सप्ताह पूर्व टीकाकरण स्थान के बारे में लोगों के बीच प्रसारित करावे ताकि अधिक से अधिक लोगो को जानकारी हो सके। उन्होंने राजनैतिक दलों, धार्मिक गुरुओं से अनुरोध किया है कि वे अपने क्षेत्रों के लोगों को टीकाकरण के बारे में प्रेरित करें।

अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे जन वितरण प्रणाली के डीलरके माध्यमसे भी लोगोंको टीकाकरण हेतु प्रेरित करावे। उन्होंने ग्रामीण चिकित्सकों को भी कोविड-19 टीकाकरण लेने का निर्देश दिया है साथ ही कहा कि अगर ग्रामीण चिकित्सक टीका नहीं लेते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। सभी बीपीएम जीविका को निर्देश दिया कि वे जीविका दीदी के माध्यम से टीकाकरण लेने हेतु लोगों को प्रेरित एवं जागरूक करें। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में पल्स आक्सीमीटर को संबंधित एएनएम, आशा एवं आंगनवाड़ी वर्कर्स को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि वह होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों को आक्सीजन स्तरकी जांच कर सके।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मास्क वितरण के संबंध में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वह जीविका से मास्क प्राप्त कर पंचायत सचिव के माध्यम से मास्क का वितरण त्वरित गति से करावे। उन्होंने जोर देकर कहा कि जीविका द्वारा कमसे कम 80 प्रतिशत मास्क लेना अनिवार्य होगा ताकि लॉकडाउन की स्थिति में जीविका दीदी को रोजगार का अवसर प्राप्त हो सके।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग में सहायक समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला आपदा पदाधिाकारी, जिला परिवहन पदाधिाकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, डीपीओ आईसीडीएस, सिविल सर्जन, डीपीएम स्वास्थ, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता गण सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।