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गुजरात में जहरीली शराब का कहर, 35 की मौत; 40 अस्‍पताल में भर्ती, जांच के लिए SIT का गठन


अहमदाबाद। Gujarat Poisonous Liquor: गुजरात में जहरीली शराब के कारण गुजरात के धंधुका, बरवाला, अहमदाबाद ग्रामीण में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। 40 लोगाेंं की तबीयत काफी खराब है। इनका भावनगर अहमदाबाद के अस्पतालों में उपचार चल रहा है। डीजीपी आशीष भाटिया ने मीडिया के समक्ष इसकी पुष्टि की है।

गृहराज्यमंत्री हर्ष संघवी ने 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट

गृहराज्यमंत्री हर्ष संघवी ने जहरीली शराबकांड पर संज्ञान लेते हुए 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट। कांग्रेस के गुजरात अध्यक्ष जगदीश ठाकोर भी प्रतिनिधि मंडल के साथ पीड़ितों से मिलने रोजिद गांव पहुंचे।

मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजा राशि की मांग

भारतीय ट्राईबल पार्टी के विधायक महेश वसावा ने की पीड़ितों से मुलाकात कर कहा कि राज्य में शराबबंदी के नाम पर हफ्ताखोरी चल रही है। मृतकों के परिजनों के लिए 50-50 लाख की सहायता की मांग की।

जांच के लिए SIT का गठन

शाम होते-होते जहरीली शराब के कारण लोगों के मरने की खबर आने लगी। भावनगर रेंज आईजी अशोक यादव ने इस घटना की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। पुलिस उपाधीक्षक इसका नेतृत्व करेंगे।

विधानसभा से पूर्व हुई इस जहरीली शराब कांड के कारण विपक्ष में सत्ताधारी भाजपा पर सीधे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि गांधी जी के गुजरात में शराबबंदी होने के बावजूद गांव-गांव में अवैध शराब के अड्डे खुल गए हैं।

नेता व पुलिस अधिकारी की मिलीभगत के कारण अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। भावनगर के रेंज आईजी अशोक यादव ने जांच के लिए एफएसएल की टीम को भी गांधीनगर से बुलाया है एफएसएल की टीम शराब के नमूने लेकर उसमें मिलाए गए केमिकल की जांच करेगी। घटना की जानकारी के बाद एटीएस के डीआईजी दीपेन भद्रन भी बरवाला के रोजिद गांव पहुंचे।

बरवाला में भर्ती लोगों को भावनगर सिविल अस्पताल पहुंचाया गया

भावनगर से बरवाला पहुंचे पुलिस अधीक्षक सुनील जोशी अपने साथ अन्य पुलिस अधिकारियों के अलावा एंबुलेंस आदि भी लेकर गए रात को ही बरवाला के अस्पताल में भर्ती बीमार लोगों को भावनगर के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया।

धंधुका के विधायक राजेश गोहिल ने दावा किया है कि अहमदाबाद जिले की दम डूबा तहसील के कई गांव में अब तक एक दर्जन लोगों की मौत हुई है तथा दो दर्जन लोगों की हालत खराब है।

 देसी शराब बनाने वाले आरोपी गिरफ्तार

उधर पुलिस ने गांव में देसी शराब बनाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है ऐसा कहां जा रहा है कि बोटाद नबुई चौकड़ी के पास एक मकान में अवैध देसी शराब का कारोबार चलता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी गुजरात दौरे पर हैं तथा उन्होंने इस शराब कांड पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि गुजरात में शराबबंदी है।

कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया आरोप

इसके बावजूद ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। शराबबंदी होने के बावजूद सब लोग जानते हैं कि राज्य में अवैध रूप से शराब बिकती है लेकिन सवाल यह है कि किन लोगों के संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार बेधड़क चलता है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी एवं प्रवक्ता मनहर पटेल ने भाजपा सरकार को दोषी बताते हुए कहा है कि सरकार की भ्रष्ट नीति के कारण राज्य में गांव से गांधीनगर तक भ्रष्टाचार फैला है।

आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है माफिया व अवैध शराब का कारोबार करने वाले लोग पुलिस अधिकारियों को भी धमकाने लगे हैं। महात्मा गांधी के गुजरात में राज्य की स्थापना के साथ ही शराब बंदी लागू की गई थी लेकिन भाजपा की भ्रष्ट नीति के कारण आज शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि अवैध शराब के कारण नेताओं एवं अधिकारियों को करोड़ों रुपए पहुंचते हैं इसलिए इसे रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए जाते।