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ग्रामीण क्षेत्र तक नहीं प्रभावित, क्योंकि खुली हवा में सांस लेते हैं लोग, बोले उपराष्ट्रपति नायडू


देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां कोरोना के मामले बहुत कम हैं. जानकारी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना के मामले बहुत कम हैं. इसी बीच उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (M. Venkaiah Naidu) ने ग्रामीण क्षेत्रों के लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा, ”ग्रामीण क्षेत्रों के लोग कोरोनोवायरस से काफी हद तक अप्रभावित रह सकते हैं क्योंकि वहां के लोग एक स्वस्थ जीवन का पालन करते हैं और खुली, हवादार जगहों पर रहते हैं.

उप-राष्ट्रपति ने एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल की आधारशिला रखने के बाद ऐसा बोला.ए एम नाइक, लार्सन एंड टुब्रो के अध्यक्ष ने इस अस्पताल की स्थापना की 500 बिस्तरों वाला निराली मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल आठ एकड़ के ए एम नाइक हेल्थकेयर कॉम्प्लेक्स में आएगा. नाइक ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान करने की प्रेरणा उनकी पोती निराली से मिली.

‘जीवनकाल में कड़ी मेहनत की और आलस को दूर किया’

नायडू ने कहा कि भारत के प्राचीन “विशाल” (वास्तुकला) नियमों ने एयर सर्कुलेशन और सूर्य के प्रकाश पर जोर दिया था लेकिन शहरी क्षेत्रों में हम ऐसा नहीं कर रहे हैं और कोरोनोवायरस से प्रभावित हो सकते हैं. “मैं युवाओं से अनुरोध करता हूं कि वे कड़ी मेहनत की जीवनशैली अपनाएं, हमारे पूर्वजों से सीखें जिन्होंने अपनी जीवनकाल में कड़ी मेहनत की और आलस को दूर किया”

उन्होंने कहा, “हम शहरी क्षेत्रों में रहते हैं और सूरज से बचते हैं. अब हमारे पास सब कुछ बंद है, हमारी कारें बंद हैं, घर बंद हैं, हमारे रेस्तरां बंद हैं, कार्यालय बंद हैं और अब हमारे दिमाग भी बंद हो रहे हैं.”