चंदौली

चंदौली।पं विद्या निवास की पुण्यतिथि पर संगोष्ठी


मुगलसराय। पं विद्यानिवास मिश्र की पुण्यतिथि पर विद्याश्री न्यास श्रद्धानिधि न्यास एवं लालबहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय नगर के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित यज्ञ की सनातन परंपरा विषयक संगोष्ठी और संस्कृत कवि सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर हरेराम त्रिपाठी द्वारा मांँ सरस्वती, पंडित जी और पं प्रसिद्ध नारायण मिश्र के चित्र पर माल्यार्पण और दीप.प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर प्रो० हरेराम त्रिपाठी ने शब्द .साक्षी पश्यन्ती एवं भारतीय भाषा चिन्तन की परंपराएँ नामक पुस्तको का लोकार्पण किया। पं० प्रसिद्ध नारायण मिश्र व्याख्यान के क्रम में प्रो हृदयरंजन शर्मा, काशी हिन्दूविश्वविद्यालय, वाराणसी ने कहा कि वेदो मे ये बताया गया है कि हमारी यज्ञ की परंपरा अनादि है। वेदों की प्रामाणिकता पर पूर्व मे पाश्चात्य विद्वानो के द्वारा आलोचना की गई है परंतु आधुनिक पाश्चात्य विद्वानो ने ये माना है कि वेद सृष्टि का उत्पादन करने वाला है। मुख्य आतिथि प्रो हरेराम त्रिपाठी ने पंडित जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पंडित जी यज्ञ की सनातन परंपरा के जीवित उदाहरण थे। इस अवसर पर डा दयानिधि मिश्र, प्रो० उपेन्द्र पाण्डेय, अरविंद त्रिपाठी, कमला पाण्डेय, कृपाराम, गायत्री प्रसाद, बलराम शुक्ल, विवेक पाण्डेय, सदाशिव कुमार द्विवेदी, श्रुति, कानिटकर, चन्द्रकान्ता राय, सतीश कपूर, प्रवीण पंड्या, राजेन्द्र त्रिपाठी आदि ने काव्य पाठ किया। काव्य गोष्ठी मे सभी कवियों को प्रो० उदयन मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस वेबिनार मे तकनीकी सहयोग प्रतीक त्रिपाठी व शशिशेखर मिश्र ने किया।