पटना

छपरा के मढ़ौरा रेल कारखाने ने बनाया कीर्तिमान


300वें रेल इंजन को हरी झंडी दिखाते ही दौड़ गई खुशी की लहर

पटना। मढ़ौरा रेल इंजन फैक्ट्री ने 300वें रेल इंजन का निर्माण पूरा किया तो यहां खुशी की लहर दौड़ पड़ी।  300वें इंजन को सारण के डीएम नीलेश रामचंद्र देवरे ने हरी झंडी दिखाकर फैक्ट्री से रवाना किया। बता दें कि वेबटेक मढ़ौरा रेल इंजन फैक्ट्री में गत 2 सितंबर 2018 में रेल इंजन का उत्पादन शुरू किया था और इस फैक्ट्री ने 3 साल के अंदर रिकॉर्ड 300वें रेल इंजन को बनाकर भारतीय रेलवे को सौंप दिया है।

भारतीय रेल से किए गए करार के मुताबिक इस रेल इंजन फैक्ट्री को 10 साल के अंदर 1000 डीजल रेल इंजन बनाकर देने हैं और  इस करार के मुताबिक कंपनी ने अपने लक्ष्य के अनुरूप प्रति वर्ष 100 इंजन का निर्माण कर अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया है। कोरोना काल की पाबंदियों के बावजूद भी इस फैक्ट्री ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपना लक्ष्य पूरा किया। यह इसके बेहतर प्रबंधन और इंजीनियरों की कार्यकुशलता का परिचायक है।

रेलवे से हुए करार के मुताबिक मढ़ौरा वेबटेक रेल इंजन फैक्ट्री को 10 साल में 4500 हॉर्स पावर और 6000 हॉर्स पावर की कुल 1000 डीजल रेल इंजन बनाकर देनी है। कंपनी के उत्पादन के इस तीसरी वर्षगांठ के मौके पर जब 300 वे रेल इंजन को बनाकर बाहर निकाला गया तो वहां मौजूद सभी अधिकारी और कर्मचारियों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। इस मौके पर ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे के सीईओ सीएन सिंह, वेवटेक रेल इंजन फैक्ट्री मढ़ौरा के वाइस प्रेसिडेंट शंकर ज्योतिधर, वेबटेक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट साजिद इकबाल के साथ वेबटेक रेल इंजन कंपनी की पूरी टीम मौजूद थी।

इस कार्यक्रम के बाद डीएम निलेश रामचंद्र देवरे ने रेल इंजन फैक्ट्री के ही पास चिन्हित की गई 1000 कैदी क्षमता वाले जेल की जमीन का निरीक्षण किया और उसके बाद डीएम मढ़ौरा स्थित चीनी मिल सहित अन्य मिलों की जमीनों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम के साथ मढ़ौरा के डीसीएलआर रविशंकर शर्मा एवं सीओ रविशंकर पांडे भी मौजूद थे।