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ज्ञानवापी से जुड़े मामले की सुनवाई अब 7 दिसंबर को:मां श्रृंगार गौरी केस के साथ अन्य 6 मुकदमों को सुनने की कोर्ट से की गई है मांग


ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े एक महत्वपूर्ण प्रार्थना पत्र की सुनवाई आज वाराणसी के जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की कोर्ट में हुई। इस प्रार्थना पत्र के माध्यम से मां श्रृंगार गौरी केस के साथ ही ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े अन्य 6 केस को सुनने की मांग की गई है।कोर्ट में यह प्रार्थना पत्र मां श्रृंगार गौरी केस की लक्ष्मी देवी, सीता साहू, रेखा पाठक और मंजू व्यास की ओर से दी गई है। इस प्रार्थना पत्र के समर्थन में मां श्रृंगार गौरी केस की ही एक अन्य वादिनी राखी सिंह नहीं हैं। कोर्ट ने इस प्रार्थना पत्र पर सुनवाई की अगली डेट 7 दिसंबर फिक्स की है।वहीं, मां श्रृंगार गौरी केस के तहत ज्ञानवापी परिसर में तहखाने को तोड़कर और मलबे को हटाकर एडवोकेट कमीशन की कार्रवाई आगे बढ़ाने की मांग की गई। हाईकोर्ट के निर्देश पर पर सुनवाई के लिए अगली डेट 23 जनवरी 2023 फिक्स की गई है।ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े 6 केस को एक साथ सुने जाने की मांग जिला जज की कोर्ट में की गई है। मांग से संबंधित प्रार्थना पत्र कोर्ट में मां श्रृंगार गौरी केस की वादिनी लक्ष्मी देवी, सीता साहू, रेखा पाठक और मंजू व्यास ने दिया है। दरअसल, ज्ञानवापी परिसर का कब्जा भगवान आदि विश्वेश्वर को सौंपने की मांग वाले मुकदमे को सिविल जज की कोर्ट से वाराणसी के जिला जज की कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग सबसे पहले की गई थी।उसके बाद 5 अन्य केस को भी मां श्रृंगार गौरी केस के साथ ही सुनने की मांग की गई। इस मामले में पिछली सुनवाई पर भगवान आदि विश्वेश्वर की तरफ से किरन सिंह विसेन के अधिवक्ता मानबहादुर सिंह और अनुपम द्विवेदी ने आपत्ति दाखिल करने के लिए आवेदन की प्रति नहीं मिलने की बात कही थी।तब प्रार्थना पत्र देने वाली चारों महिलाओं की तरफ से अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी और सुधीर त्रिपाठी ने एक साथ सुनवाई किए जाने संबंधी मांग से संबंधित प्रार्थना पत्र की प्रति उपलब्ध कराई थी। उस पर किरन सिंह विसेन की ओर से उनके अधिवक्ताओं ने आपत्ति दाखिल कर दी है। उनकी आपत्ति पर आज प्रार्थना पत्र देने वाली महिलाओं के अधिवक्ताओं ने प्रति आपत्ति दाखिल की।