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टोक्यो के पदकवीरों का सम्मान, नीरज बोले-यह मेरा नहीं, पूरे देश का गोल्ड है


  • नई दिल्ली। टोक्यो ओलिंपिक में भारत का सिर गर्व से ऊंचा करने वाले सूरमा खिलाड़ियों का वतन वापसी पर जोरदार स्वागत गया। एयरपोर्ट पर अपने चैंपियन खिलाड़ियों का स्वागत करने वालों की भीड़ जमा थी। लोग ढोल लेकर एक टकटकी लगाए टोक्यो में भारत का झंडा बुलंद करने वाले तमाम खिलाड़ियों का इंतजार कर रहे थे। खिलाड़ी सम्मान समारोह के लिए अशोका होटल पहुंचें यहां खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनका स्वागत किया।

ओलिंपक गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा, सभी का बहुत बहुत शुक्रिया, सबसे पहले तो मैं यह दिखाना चाहूंगा। ये गोल्ड मेरा नहीं पूरे इंडिया का है और मैं उस दिन से ही अपनी जेब में लेकर घूम रहा हूं इस मेडल को।मैं सही बताउं तो उस दिन से सही तरीके से सो नहीं पाया, खा नहीं पाया लेकिन जब भी मैं इसको निकालकर देख लेता हूं तो लगता है सबकुछ ठीक है, कोई परेशानी नहीं।

आगे उन्होंने कहा, मैं ये कहना चाहूंगा मेहनत तो काफी अच्छी हुई थी लेकिन मन में यह लगता था कि काफी तगड़े कॉम्पिटिटर हैं हमारे, और मेरी वर्ल्ड रैंकिम 4 चल रही थी प्रतियोगिता काफी जबरदस्त था वहां। क्वालीफिकेशन में जैसे मेरा थ्रो लगा तो मुझे लगा यह मेरे लाइफ का सबसे तगड़ा मौका है ओलिंपिक, यह तो मैं नहीं छोड़ूंगा। मुझे लगता है कभी भी विरोधी खिलाड़ी को देखकर घबराना नहीं चाहिए और यह मैंने अपने पहले ओलिंपिक में अनुभव किया है क्योंकि इतना अच्छा कॉम्पिटिशन होने के बाद और इतने अच्छे एथलीट होने के बावजूद भी हमने गोल्ड जीता है तो मुझे लगता है अपना 100 प्रतिशत दो और किसी से घबराओ मत।

पुरुष हॉकी टीम को भारत के लिए 41 साल बाद कांस्य पदक जीतने के लिए सम्मानित किया गया। कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, भारत सरकार का बहुत शुक्रिया जिनकी तरफ से हमें मुश्किल समय में सहायता दी गई। सरकार का बहुत ही ज्यादा शुक्रगुजार हूं जिनकी तरफ से साफ तौर पर कहा गया था कि जब कभी भी किसी भी तरह की परेशानी हो तो सीधा बात करें।

महिला बॉक्सिंग में कांस्य पदक जीतने वाली लवनीना ने सम्मान पाने के बाद अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा, मैंने बस गोल्ड के बारे में ही सोचा था, किसी भी और चीज का ध्यान नहीं आया था। मेडल जीतूंगी पहले तो यह भी नहीं था लेकिन जब एक बार आगे बढ़ी तो फिर सामने किस रैंक का मुक्केबाज है कुछ ध्यान नहीं था। मैंने बस गोल्ड का सोचा था और आगे भी देश के लिए जब खेलने जाउंगी गोल्ड की ही सोच रहेगी।

भारत के सूरमा खिलाड़ी टोक्यो ओलिंपिक में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत लौटे हैं। इस बार के ओलिंपिक में भारतीय ने मेडल जीतने के मामले में पिछले अपने सारे रिकॉर्ड को तोड़ा और सबसे यादगार पलों के साथ भारत लौटे। भारत में एयरपोर्ट पर चैंपियन खिलाड़ियों का स्वागत बहुत शानदार हुआ।

नीरज चोपड़ा को फैंस ने एयरपोर्ट से निकलते ही घेर लिया और गाड़ी तक जाने में भी उनको काफी मुश्किल हुई। नीरज नीरज के नाम चारों ओर से गूंज रहे थे, लोग उनकी एक झलक पाने को बेकरार थे, अपने इस हीरो के साथ तस्वीर खिंचवाना चाहते थे। वहीं, पहलवान बजरंग पुनिया को उनके फैंस ने कंधों पर उठा लिया। गाड़ी की छत पर बैठकर उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार किया। दिल्ली पहुंचने के बाद पहलवान दीपक पुनिया ने कहा कि आप लोग का प्यार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है, मैं देशवासियों को धन्यवाद करता हूं। 2024 के लिए तैयारी करूंगा और देश को मेडल दूंगा। यहीं हमारा जीत का जश्न होगा।

भारत ने इस बार के ओलिंपिक में कुल 7 पदक जीते जो लंदन ओलिंपिक में हासिल किए गए 6 से एक ज्यादा रहे। एथलीट नीरज चोपड़ा ने भालाफेंक में गोल्ड मेडल हासिल किया। भारत की एथलीट टीम के स्वदेश वापसी की जानकारी साई (Sports authority of India) ने सभी खिलाड़ी के एयरपोर्ट पर ली गई एक वीडियो के जरिए दी।

इस वीडियो को जारी करते हुए लिखा गया है कि स्वागत है हमारे चैंपियन का। सभी एथलेटिक्स टीम टोक्यो 2020 से वापस लौट चुकी है। चलो अपने चैंपियन का स्वागत पूरे जोश और उत्साह के साथ करें।

पहलवान रवि दहिया और भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल भारत की झोली में डाला। भारत की झोली में इस बार का पहला पदक मीराबाई ने ही डाला था। इसके बाद बैंडमिनटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, बॉक्सर लवलीना और बाकी पदक एक एक कर खिलाड़ियों ने हासिल किए।

इस बार भारत की महिला और पुरुष दोनों ही हॉकी टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। पुरुष टीम ने कांस्य पदक जीता, जबकि महिला टीम करीबी मुकाबले में हार गई।