Latest News अन्तर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय

न्‍यूजीलैंड में वोटिंग को लेकर हो सकता है बड़ा बदलाव,


वैलिंगटन । न्‍यूजीलैंड अब एक बड़ा फैसला लेने की तरफ आगे बढ़ रहा है। ये फैसला वोट देने के लिए उम्र की सीमा कम करने से जुड़ा है। दरअसल, न्‍यूजीलैंड में अब वो‍ट देने के लिए उम्र की तय सीमा को 18 से घटाकर 16 करने पर विचार किया जा रहा है। इस बारे में अब देश के सांसद जल्‍द ही किसी नतीजे पर पहुंच भी जाएंगे। न्‍यूजीलैंड की पीएम Jacinda Ardern ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि वो निजी तौर पर चाहती हैं कि वोट देने की उम्र की तय सीमा को कम किया जाना चाहिए। उनका ये बयान ऐसे समय में आया है जब न्‍यूजीलैंड की सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में वोट देने के लिए 16 और 17 वर्ष की आयु के लोगों को इजाजत न देने की बात कही है। कोर्ट के मुताबिक ये इस उम्र के लोगों के बीच भेदभाव होगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दी प्रतिक्रिया

देश की सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इतर पीएम जेसिंडा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ये भी कहा कि देश के करीब 75 फीसद सांसद इस पक्ष में हैं कि वोटिंग के अधिकार की उम्र को कम किया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि ये उनकी जानकारी के मुताबिक है इसलिए वो इस बारे में सांसदों की संख्‍या नहीं बता सकती हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि वोट देने के अधिकार की तय उम्र को कम किए जाने के बाबत कई देशों में बहस भी चल रही है। इस लिहाज से न्‍यूजीलैंड इस दिशा में कदम उठाने वाला पहला देश भी नहीं है।

कुछ देशों में 16 वर्ष है वोट देने की उम्र

कुछ देशों में पहले से ही वोट देने की उम्र की तय सीमा कम है। जैसे आस्ट्रिया, माल्‍टा, ब्राजील, क्‍यूबा और इक्‍वाडोर में वोट देने के लिए उम्र की सीमा 16 वर्ष है। न्‍यूजीलैंड के को-डायरेक्‍टर सनत सिंह इस बाबत एक कैंपेन भी चलाए हुए हैं, जो कि कोर्ट के फैसले के बिल्‍कुल विपरीत है। इस बाबत पीएम के बयान पर सनत ने टिप्‍पणी करते हुए कहा कि ये एक बड़ी बात है। ये न केवल न्‍यूजीलैंड के लिए ऐतिहासिक होगा बल्कि इस कैंपेन के लिए भी बड़ी बात होगी। उन्‍होंने कहा कि ये मुद्दा क्‍लाइमेट चेंज या कोरोना महामारी की ही तरह बड़ा है। स्‍टेट डेमोक्रेसी के लिए ये बेहद जरूरी भी है। उनके मुताबिक इससे कई लोगों को फायदा होगा। आपको बता दें कि भारत में वोट डालने के लिए व्‍यक्ति की उम्र 18 वर्ष होनी बेहद जरूरी है।